उमेश पाल के अपहरण के मामले में अपराधी अतीक अहमद को एमपी-एमएलए कोर्ट ने दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई। इस विषय पर सोशल मीडिया यूज़र्स कई तरह के कमेंट कर रहे हैं। इस बीच कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने अतीक अहमद को लेकर एक सवाल किया। जिस पर लोग कई तरह के जवाब देते नजर आ रहे हैं।
आचार्य प्रमोद ने किये ऐसे सवाल
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से सवाल किया कि,’अगर अतीक़ ब्राह्मण होता तो?’ आचार्य प्रमोद द्वारा किये गए इस ट्ववीट पर कुछ लोगों ने जवाब दिया कि अगर वह ब्राह्मण होता तो ऐसे अपराध न करता, वहीं, कुछ लोगों ने कहा कि अब अतीक अहमद की जाति और धर्म को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए क्योंकि अपराधी केवल अपराधी ही होता है।
सोशल मीडिया यूज़र्स के रिएक्शन
@chiefacro नाम के एक ट्विटर हैंडल से जवाब दिया गया कि ब्राह्मण होता तो सांसद विधायक नहीं होता। अतीक का दहशत अपराध उसका वोट बैंक थी, उसका मसीहा सपा सरकार थी, जिसकी आप अभिनंदन करते हैं। @MMuffasir नाम के एक यूजर ने कहा- संस्कारी घोषित किया जाता। @Tyagi_G_ नाम के एक यूजर लिखते हैं कि ब्राह्मण होने के लिऐ कर्म अच्छे होना जरूरी है।@gopalgiri_uk नाम के एक यूजर ने जवाब दिया-ब्राह्मणों ने ही उसको निपटा दिया होता आचार्य जी।
@shatishshukla21 नाम के एक यूजर ने तंज कसते हुए कहा – आ गए अपने घटिया राजनीति पर? आपको शायद याद हो विकास दुबे का हिसाब किस तरह हुआ था। @Vikkyku89334079 नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि वही होता जो विकास दुबे के साथ हुआ क्योकि दोनों में एक बात समान है, दोनों ही अपराधी हैं इसलिए फर्क नहीं पड़ता की वह ब्राह्मण है या मुसलमान। @arvindchotia नाम के एक यूजर ने जवाब में कहा कि तो सीधे एनकाउंटर कर दिया गया होता।
जानकारी के लिए बता दें अतीक अहमद को सजा मिलने के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत गर्म हो गई है। वहीं, उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इस पर कहा कि अपराधियों को लेकर कोर्ट से गुहार लगाई जा रही है कि हर अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा मिले। अब लोगों का यह मानना है कि राज्य में भयमुक्त माहौल बनेगा।