चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) को लेकर हाल में ही इस बात पर चर्चा गर्म थी कि वह जल्द ही कांग्रेस का दामन थाम सकते है लेकिन उन्होंने इस चर्चा पर विराम लगा दिया। कई कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के साथ नहीं जा रहे हैं। कांग्रेस के साथ ना जाने को लेकर उनसे कई तरह के सवाल किए जा रहे हैं।
इन तमाम सवालों के जवाब देने के लिए प्रशांत किशोर हाल में ही एक टीवी चैनल पर इंटरव्यू देने पहुंचे थे। जिसमें उनसे एंकर द्वारा सवाल किया गया, ‘ एक साथ अगर आपके पास दो लड्डू आएं, एक बार लिखा हुआ हो बिहार का मुख्यमंत्री और दूसरे पर देश का प्रधानमंत्री। कौन सा लड्डू उठाना पसंद करेंगे आप?’ इस सवाल के जवाब में प्रशांत किशोर ने तेजी से हंसते हुए कहा कि दोनों को छोड़कर पानी पीने के लिए भागेंगे।
क्या आप नेता बनना चाहते हैं? : प्रशांत किशोर से जब यह सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नेता समाज और लोग बनाते हैं। हम जैसे व्यक्ति किसी को भी नेता नहीं बना सकते हैं। अभी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि मैंने पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु चुनावी नतीजे आने के बाद कहा था कि दस साल चुनावी रणनीति वाला काम करने के बाद, मैं खुद को इस काम से मुक्त कर रहा हूं।
महात्मा गांधी की विचारधारा पर चलने का कर रहे हैं प्रयास? : इंटरव्यू के दौरान एंकर ने प्रशांत किशोर से पूछा कि अपनी लॉन्चिंग के दौरान आपने पोस्टर पर महात्मा गांधी की तस्वीर लगवाई थी। क्या बाबू नेताओं की मार्केटिंग इमेज बनाने के लिए सरल रास्ता बन गए हैं? प्रशांत किशोर ने कहा, ‘ मुझे नहीं लगता है कि पार्टियां बापू का इस्तेमाल कर रही हैं, मार्केटिंग के हिसाब से भी उनका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है।’
कांग्रेस की बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि वर्तमान के समय में गांधी परिवार को कांग्रेस का नेतृत्व करना चाहिए। इसके साथ ही उनकी ओर से कहा गया कि कांग्रेस किसी परिवार की पार्टी नहीं है। वहीं प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह उनकी पार्टी को तय करना है कि कौन पार्टी को आगे ले जाएगा।