बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Bihar Education Minister) प्रोफेसर चंद्रशेखर (Professor Chandra shekhar) ने रामचरितमानस (Ram Charit Manas) को लेकर विवादित बयान दिया तो सियासी पारा हाई हो गया। एक तरफ बीजेपी (BJP) ने कई तरह के सवाल किए तो वहीं टीवी पत्रकारों ने भी चंद्रशेखर पर तंज कसा। ऐसे में पत्रकार चित्रा त्रिपाठी (Journalist Chitra Tripathi) ने ट्विटर पर चंद्रशेखर पर तंज कसते हुए ट्वीट किया तो बिहार के शिक्षा मंत्री ने पलटवार किया। इन दोनों के द्वारा किए गए ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स (Social Media Users) ने भी कई तरह के कमेंट चाहिए।
एंकर ने अपने शो में कही यह बात
एंकर चित्रा त्रिपाठी ने अपने शो में बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर कई तरह के सवाल उठाये। उन्होंने बताया कि बिहार में एक लाख 25 हजार शिक्षकों का पद खाली हैं, 5 हजार से ज्यादा स्कूलों के पास अपनी जमीन नहीं। 5 से 15 साल तक के एक करोड़ बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं। इस वीडियो के साथ चित्रा त्रिपाठी ने लिखा,”बिहार के शिक्षा मंत्री कृपया ध्यान दें, सारा ज्ञान गूगल पर नहीं मिलता।”
चंद्रशेखर ने ऐसे किया पलटवार
प्रोफेसर चंद्रशेखर ने एंकर द्वारा किये गए ट्ववीट पर लिखा,”नोएडा की पत्रकार कृपया ध्यान दें, सारी सच्ची ख़बर अब मीडिया में नहीं दिखती।” चंद्रशेखर द्वारा किये गए इस कमेंट पर लोग कई तरह के कमेंट कर रहे हैं। कुछ लोगों ने एंकर पर कटाक्ष किया तो वहीं सोशल मीडिया यूज़र्स ने चंद्रशेखर पर तीखा प्रहार किया है।
यूज़र्स के रिएक्शन
@dubeyamit97 नाम के एक यूजर ने कमेंट किया,”2019-22 वालों का सेशन अभी तक पूरा नहीं हुआ, क्यों? बिहार के जेपी यूनिवर्सिटी समेत अन्य विश्वविद्यालयों में हजारों विद्यार्थियों का भविष्य अधर में पड़ा है क्यों? तीन साल का कोर्स 5 साल में भी पूरा नहीं होता क्यों? शिक्षा मंत्री जी क्यों?” @ramanyadav11191 नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि जो मनुस्मृति को थोपना चाहते हैं, वो सब छाती पीट रहे हैं। तार्किक बहस करने लायक नहीं हैं ये लोग इसलिए केवल इस तरह की प्रतिक्रिया दे रही हैं। @Abhiman41 नाम के एक यूजर ने लिखा- सही पकड़े हैं मंत्री जी।
@Arun_Kaku05 नाम के एक यूजर ने लिखा कि सही बात है काफ़ी सारा ज्ञान व्हाट्सप्प यूनिवर्सिटी पर भी मिलता है। @TusharDwivediS नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया,”मंत्री जी प्रो. साहब, आपको शायद किसी ने बताया नहीं, लेकिन आप विशुद्ध डपोरशंख हैं। जिस राम से वंचितों को, आदिवासियों को, वनवासियों को हमेशा गले लगाया, उन्हें आत्मनिर्भर बनाया, उसी राम के चरित्र पर लिखी गई, मानस को गलत कह रहे हैं। फिर अपने बयान पर कायम भी हैं।