PlayStore के ऐप्स के लिए पैसे वसूलेगा Google, इन स्मार्टफोन यूजर्स पर पड़ सकता है असर
गूगल के इस ट्वीट के बाद संभावना जताई जा रही है कि गूगल देश और डिवाइस के साइज के हिसाब से पैसे वसूलेगा। जिनकी कीमत करीब 2.50 डॉलर हो सकती है।

गूगल प्ले स्टोर पर लाखों की संख्या में ऐप्स हैं। स्मार्टफोन यूजर्स के लिए कई ऐप्स मुफ्त में उपलब्ध हैं तो कइयों के लिए पैसे चुकाने पड़ते हैं। हालांकि अब गूगल ने प्ले स्टोर पर ऐप्स के लिए पैसे वसूलने का विचार किया है। लेकिन यह कुछ खास कंपनियों के लिए ही लागू होगा। गूगल एंड्रॉयड निर्माताओं से गूगल प्ले स्टोर और अपने अन्य मोबाइल ऐप्स के लिए पैसे लेने की प्लानिंग कर रहा है। एक ट्वीट के जरिए इस बात की जानकारी दी गई है। ट्वीट में कहा गया, ‘चीनी निर्माताओं से गूगल 2019 की तीसरी तिमाही में पैसे लेगा। इसमें हुवावे, जेडटीई, शाओमी और अन्य दूसरी चाइनीज स्मार्टफोन कंपनियां शामिल हो सकती हैं।’
2018 में यूरोपीय कमीशन ने गूगल पर जुर्माना भी लगाया गया था। साथ ही गूगल से एंड्रॉयड पर उपलब्ध ‘इनलीगल टाइपिंग’ ऐप्स को रोकने के लिए कहा गया था। इसके बाद गूगल ने यूरोपियन इकॉनमिक एरिया में शिप किए जाने वाले स्मार्टफोन और टैबलेट के लिए पेड लाइसेंस वाले एग्रीमेंट पेश किया। जिस पर गूगल ने 40 डॉलर प्रति डिवाइस के हिसाब से चार्ज करना शुरू कर दिया था।
हालांकि गूगल के इस ट्वीट के बाद संभावना जताई जा रही है कि गूगल देश और डिवाइस के साइज के हिसाब से पैसे वसूलेगा। जिनकी कीमत करीब 2.50 डॉलर हो सकती है। लाइसेंसिंग समझौते के तहत स्मार्टफोन निर्माताओं को गूगल को प्ले स्टोर, गूगल मैप्स, जीमेल, ड्राइव, फोटो या गूगल क्रोम जैसे ऐप्स के लिए भुगतान करना होगा। गूगल ने बेस एंड्रॉयड ओएस को फ्री रखा हुआ है।
लेकिन स्मार्टफोन निर्माताओं को गूगल की सेवाएं लेने के लिए लाइसेंस फीस की कीमत चुकानी पड़ेगी। इसमें अगल सर्विस की अगल फीस होगी। यानी गूगल के ट्वीट के अनुसार, चीनी स्मार्टफोन निर्माताओं के हुवावे, शाओमी, जेडटीई जैसी कंपनियों से सर्विस के बदले पैसे वसूले जाएंगे। बताया जा रहा है कि 1 फरवरी 2019 या इसके बाद एक्टिव हुए डिवाइस पर ही यह फीस लागू होगी।