Google BardAI: गूगल ने आखिरकार अपनी AI टेक्नोलॉजी Bard को लॉन्च कर दिया है। Bard को खासतौर पर OpenAI के पॉप्युलर लैंग्वेज मॉडल ChatGPT-3 को टक्कर देने के इरादे से लॉन्च किया गया है। गूगल के सीईओ सुंदर पिचई (Sundar Pichai) ने ऑफिशियल ब्लॉग पोस्ट में यह जानकारी दी। पिचई ने Bard को एक conversational AI service करार दिया है जो हाई-क्वॉलिटी रिस्पॉन्स देने के अलावा मुश्किल चीजों को आसान बनाने जैसे काम कर सकता है।
Bard को फिलहाल कंपनी ने कुछ टेस्टर के लिए उपलब्ध कराया है। और गूगल की योजना आने वाले दिनों में इस AI Tool को दुनियाभर में आम लोगों के लिए लॉन्च करने की है।
ChatGPT की तरह ही है Bard
पिचई ने Bard की क्षमता की जानकारी देते हुए ब्लॉग पोस्ट में लिखा, ‘Bard क्रिएटिविटी के लिए एक आउटलेट, आपके सवालों के जवाब के लिए लॉन्चपैड और नई चीजों को स्पष्ट करने में मदद करेगा। आप इससे फुटबॉल में बेस्ट स्ट्राइकर की जानकारी लेने से लेकर अपनी स्किल को बढ़ाने जैसे काम कर सकते हैं।’
फिलहाल Bard की सभी क्षमताओं के बारे में जानकारी आनी बाकी है। यानी अभी तक यह पता नहीं चला है कि Bard के जरिए क्या-क्या काम किए जा सकते हैं। लेकिन ऐसा लगता है कि यह चैटबॉट, OpenAI के ChatGPT की तरह ही होगा। एक स्क्रीनशॉट से पता चलता है कि यूजर्स, Bard से प्रैक्टिकल सवाल जैसे बेबी शावर को कैसे ऑर्गनाइज करें या फिर लंच में क्या है जैसे सवाल पूछ सकते हैं। इसके अलावा किसी रेसिपी में क्या-क्या सामग्री का इस्तेमाल होता है, ऐसे सवाल जान सकते हैं।
ChatGPT की तुलना में लेटेस्ट जानकारी देगा Bard
हालांकि, पिचई का कहना है कि Bard वेब से लेटेस्ट,हाई-क्वॉलिटी जवाब ढूंढकर यूजर्स को जानकारी देता है। जिसका मतलब है कि गूगल का लेटेस्ट AI टूल यूजर्स को लेटेस्ट इवेंट के बारे में जानकारी दे सकता है। बता दें कि ChatGPT आमतौर पर 2021 तक के डेटा की जानकारी ठीक से देता है और लेटेस्ट इन्फो को लेकर इसे कठिनाई होती है। इसकी वजह है कि ChatGPT साल 2021 तक के डेटा पर ट्रेन किया गया है।
Bard गूगल द्वारा डिवेलप LaMDA (Language Model for Dialogue Applications) द्वारा पावर्ड है। LaMDA एक कन्वर्सेशनल न्यूरल लैंग्वेज मॉडल है। पिचई का कहना है कि कंपनी फिलहाल Bard को LaMDA के लाइटवेट मॉडल वर्जन के साथ रिलीज कर रही है। इसकी वजह है कि छोटे मॉडल को आमतौर पर कम कंप्यूटिंग पावर की जरूरत होती है और जिसके चलते Bard ज्यादा यूजर्स तक पहुंच सकेगा। और इससे ज्यादा फीडबैक मिलेगा। गूगल बाहरी यूजर्स से मिलने वाले फीडबैक को अपनी इंटरनल टेस्टिंग के साथ शेयर करेगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि Bard से मिलने वाले जवाब की क्वॉलिटी की हाई-स्टैंडर्ड और रियल-वर्ल्ड इन्फर्मेशन के आधार पर हो।