Google ने यूजर्स को सुरक्षा देने के लिए प्ले स्टोर पर नया फीचर रोलआउट कर दिया है। गूगल ने इसके तहत नया डेटा सेफ्टी सेक्शन को जोड़ा है, इसकी मदद से ऐप्पल की तरह ही पता लगाया जा सकेगा कि कौन सा डेवलेपर्स यूजर्स की कौन सी निजी जानकारी ले रहा है। या कौन सा ऐप यूजर्स का डेटा चोरी कर रहा है।
ऐप्पल का ऐप स्टोर अपने ऐप मार्केटप्लेस पर गोपनीयता लेबल पेश किए जाने के बाद, ऐप द्वारा इक्कठा, शेयर और सुरक्षित यूजर्स के डेटा की जानकारी से ही दे रहा है। अब ऐसे ही गूगल भी अपने यूजर्स को ऐप के बारे में पूरी जानकारी देगा।
सर्च इंजन की दिग्गज कंपनी ने ब्राउज़र और एंड्रॉइड स्टोर ऐप दोनों में ही अपनी स्टोर लिस्टिंग पर डेटा सेफ्टी को सक्रिय कर दिया है, लेकिन इसके लिए अभी भी डेवलपर्स को लिस्टिंग के लिए जानकारी जमा की जा रही है और सभी डेवलपर्स को अपने ऐप के लिए इस सेक्शन को 20 जुलाई तक पूरा करना होगा।
जानकारी होगी कि कौन सा डेटा किस काम के लिए लिया जा रहा
Google ने बताया है कि यूजर्स का डेटा ऐप डेवलपर्स द्वारा बिना जानकारी दिए ही यूज किया जा रहा है। इसलिए गूगल ने डेटा सुरक्षा सेक्शन को डिज़ाइन किया है ताकि डेवलपर्स स्पष्ट रूप से यह पता कर सकें कि कौन सा डेटा एकत्र किया जा रहा है और किस उद्देश्य से इसका उपयोग किया जा रहा है।
कौन सी चीजें दिखेंगे डेटा सेफ्टी सेक्शन में
- क्या डेवलपर डेटा एकत्र कर रहा है और किस उद्देश्य से।
- क्या डेवलपर तीसरे पक्ष के साथ डेटा साझा कर रहा है।
- ऐप की सुरक्षा प्रथाएं, जैसे ट्रांज़िट में डेटा का एन्क्रिप्शन और क्या उपयोगकर्ता डेटा को हटाने के लिए कह सकते हैं।
- क्या किसी योग्यता वाले ऐप ने Play स्टोर में बच्चों की बेहतर सुरक्षा के लिए Google Play की परिवार नीति का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध किया है।
- क्या डेवलपर ने वैश्विक सुरक्षा मानक (अधिक विशेष रूप से, एमएएसवीएस) के खिलाफ अपनी सुरक्षा प्रथाओं को मान्य किया है।
क्या होगा फायदा
इस सेक्शन के जुड़ जाने से यूजर्स को बड़ी सुरक्षा मिलेगी। यूजर्स सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए उन्ही ऐप को डाउनलोड और यूज करेंगे, जो किसी यूजर्स का पर्सनल डाटा और खुद या थर्ड पॉर्टी के साथ शेयर नहीं कर रहा है। इससे वे ऐप भी प्ले स्टोर पर कम दिखेंगे जो लोगों का पर्सनल डेटा लेते हैं।