टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के सिल्वर जुबली इवेंट में पीएम नरेंद्र मोदी ने कुछ बड़े ऐलान किए। पीएम मोदी ने भारत में टेलिकॉम नेटवर्क की अगली जेनरेशन 6G की लॉन्च टाइमलाइन की भी जानकारी दी। इसके साथ ही PM Modi ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि आने वाले कुछ महीनों में देश में 5G कनेक्टिविटी की शुरुआत हो जाएगी।
बता दें कि फिलहाल देश में टेलिकॉम कंपनियां 3G और 4G नेटवर्क अपने ग्राहकों को ऑफर कर रही हैं। हालांकि, जियो व एयरटेल 5G नेटवर्क का ट्रायल पिछले काफी समय से कर रही हैं। पीएम मोदी ने इवेंट में कहा कि अनुमान के मुताबिक 5G नेटवर्क रोलआउट होने से भारतीय इकोनॉमी में 450 बिलियन (करीब 3,492 करोड़ रुपये) की वृद्ध होगी। उन्होंने कहा कि 5G से ना केवल इंटरनेट स्पीड बढ़ेगी बल्कि विकास और नौकरियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि 5जी टेक्नोलॉजी से सरकारी कामकाज में सकारात्मक बदलाव आएगा और कारोबार करना भी आसान होगा। उनका कहना है कि 5जी टेक्नोलॉजी से खेती, स्वास्थ्य, शिक्षा, इन्फ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक में ग्रोथ तेज होगी। इसके अलावा देश में इस सदी के अंत तक 6G नेटवर्क रोलआउट करने के लिए एक टास्क फोर्स को काम पर लगाया गया है।
पीएम मोदी ने बताया कि देश में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की संख्या 2 से बढ़कर 200 हो गई है और अब देश दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग हब बन गया है। पीएम मोदी ने इवेंट में जानकारी दी कि उनकी सरकार ने हेल्दी कॉम्पटिशन पर जोर दिया और इसी के चलते दुनियाभर में भारत सबसे कम दाम पर टेलिकॉम डेटा उपलब्ध कराने वाला देश बन गया है।
पीएम ने इस इवेंट में देश का पहला 5G टेस्टबड लॉन्च किया जिससे स्टार्टअप और इंडस्ट्री प्लेयर्स को अपने प्रॉडक्ट्स को देश में ही टेस्ट और वैलिडेट करने में मदद मिलेगी। इन टेस्टबेड को बनाने में तकरीबन 220 करोड़ की लागत आई है। इससे विदेशी पर भारत की निर्भरता कम होगी, क्योंकि अब तक स्टार्टअप और दूसरी कंपनियों के पास विदेश जाकर 5G नेटवर्क में अपने प्रॉडक्ट्स को टेस्ट और वैलिडेशन के अलावा कोई चारा नहीं था।