इस व्रत कथा के बिना अधूरा है उत्पन्ना एकादशी का व्रत, जानें संपूर्ण व्रत कथा
उत्पन्ना एकादशी, मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत का महत्व है। मान्यता है कि इस व्रत से सुख-समृद्धि आती है और पापों का नाश होता है। कथा के अनुसार, मुर नामक दैत्य का वध करने के लिए भगवान विष्णु के शरीर से एकादशी देवी का जन्म हुआ था। इसलिए, यह एकादशी उत्पन्ना एकादशी के नाम से जानी जाती है। यह व्रत 15 नवंबर 2025 को रखा जाएगा।