17 या 18 नवंबर कब है मार्गशीर्ष मास का पहला प्रदोष व्रत? जानिए तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त
यह लेख 2025 के सोम प्रदोष व्रत के बारे में है, जो 17 नवंबर को मनाया जाएगा। यह व्रत भगवान शिव को समर्पित है और सोमवार को होने के कारण इसका महत्व बढ़ जाता है। व्रत रखने से चंद्र दोष से मुक्ति मिलती है, स्वास्थ्य अच्छा रहता है, और संतान सुख की प्राप्ति होती है। प्रदोष काल में शिवजी की पूजा करना शुभ माना जाता है। इस दिन अभिजीत मुहूर्त भी बन रहा है।