मुस्लिम लीग और कांग्रेस ने वंदे मातरम को किस तरह देखा?
दिवंगत इतिहासकार सब्यसाची भट्टाचार्य (Sabyasachi Bhattacharya) के अनुसार, यह गीत 1870 के दशक के आरंभ में लिखा गया था। इसका एक विस्तृत संस्करण उपन्यास आनंदमठ (1881) में शामिल किया गया था। यह 1770 के दशक के आरंभ में, बंगाल में अकाल और कृषि संकट के समय, नवाब के विरुद्ध फकीर-संन्यासी विद्रोह की पृष्ठभूमि पर आधारित था।