पिता लापता, 80 साल के दादा ही सहारा; स्पॉन्सर न मिला तो रुक सकती है मनीषा की दौड़
मनीषा कुमारी, हरियाणा की एक धावक, ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में स्वर्ण पदक जीता, लेकिन घर की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। पिता के लापता होने और दादा की वृद्धावस्था के कारण, उन्हें वित्तीय सहायता की सख्त आवश्यकता है। मनीषा का सपना देश के लिए पदक जीतना है, लेकिन आर्थिक तंगी और सरकारी मदद की कमी उनकी राह में बाधा बन रही है। कोच सोमवीर सर का समर्थन और प्रशिक्षण उनकी उम्मीदों को जीवित रखे हुए है।