सुपरस्टार सनी देओल के बेटे करण देओल ने फिल्म ‘पल पल दिल के पास’ से डेब्यू किया था। इस फिल्म को सनी ने डायरेक्ट किया था। भले ही फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल न कर पाई हो, लेकिन दर्शकों को करण की एक्टिंग खूब पसंद आई थी। फिल्म की पूरी कहानी तीन दोस्तों के इर्द-गिर्द घूमती है और ये तीन दोस्त ही पूरी कहानी को अंत तक भी लेकर जाते हैं। ये तीनों दोस्त होते हैं- राहुल (करण देओल), रैंबो (सावंत सिंह प्रेमी) और राजू (विशेष तिवारी)
दरअसल फिल्म की शुरुआत अभय देओल से होती है। अभय फिल्म में एक फिल्ममेकर की भूमिका निभा रहे हैं और वह फिल्म लिखना चाहते हैं। इसी चाहत के साथ वह मशहूर अभिनेत्री रोहिणी के पास पहुंचते हैं। फिल्म में रोहिणी का किरदार मौनी रॉय निभा रही हैं। फिल्म में आगे चलकर एक नई लड़की रिया की एंट्री होती है। रिया स्कूल के प्रिंसिपल की बेटी होती है। अब R3 की जोड़ी बहुत जल्दी R4 बन जाती है। देखते ही देखते पूरे स्कूल में अफरा-तफरी मच जाती है और यहीं से शुरुआत होती है कॉमेडी की।
फिल्म के डायरेक्टर देवेन मुंजल की कहानी कई मायनों में बिल्कुल अलग साबित होती है। लेकिन इससे पहले ऐसे ही कहानी की एक फिल्म ‘ब्रोचेवरेवरुरा’ भी बन चुकी है। ये तेलुगू फिल्म थी और काफी सुपरहिट भी साबित हुई थी। इसके बाद अब इसका रीमेक ही ‘वेल्ले’ बनाई गई है। पूरी फिल्म पर नज़र दौड़ाएंगे तो इसकी कहानी सबसे मजबूत साबित होती है। इसके अलावा स्क्रीनप्ले भी काफी अच्छा है। अगर सभी स्टार्स की एक्टिंग की बात करें तो पहले फिल्म के मुकाबले इस बार करण ने सबसे अच्छी तरह किरदार को पकड़ा है।
ये पहली बार है जब करण देओल अपने चाचा अभय देओल के साथ स्क्रीन शेयर कर रहे हैं। अभय ने पहले ही एक इंटरव्यू में कहा था कि वह अभय की एक्टिंग देखकर हैरान रह गए थे। ऐसा दर्शकों के साथ भी हो रहा है जब करण ने खुद को साबित भी कर दिया है। हालांकि कई जगहों पर फिल्म की कहानी कमजोर भी नज़र आने लगती है जैसे फिल्म में मौनी रॉय की भूमिका समझ नहीं आती है। उनकी एंट्री और एग्जिट दोनों ही अचानक होती है।
हालांकि फिल्म में करण देओल थोड़ा सीमित ही नज़र आता है। कोरोना महामारी के बीच मेकर्स ने इसे थिएटर में रिलीज करने का फैसला किया था। फिलहाल क्रिटिक्स भी फिल्म कहानी और स्टार्स की एक्टिंग को सुपरहिट बता रहे हैं।