स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त के मौके पर रिलीज होने वाली ये फिल्म लगभग 22 साल पहले हुए उस वाकये पर आधारित है जब पाकिस्तानी सेना भारतीय सीमा के भीतर धोखेबाजी से प्रवेश कर गई थी और उसे बाहर निकालने के लिए भारत ने जंग लड़ी और उसमें कई सैनिक कुर्बान हुए।
सिद्धार्थ मल्होत्रा ने इसमें कैप्टेन बत्रा ऊर्फ शेरशाह की भमिका निभाई है। कैप्टेन बत्रा का जन्म हिमाचल में हुआ था। बत्रा को सेना में जाने के पहले इश्क भी हुआ था। डिंपल (कियारा आडवाणी) नाम की लड़की से। डिंपल सिख है और बत्रा पंजाबी हिंदू। डिंपल के पिता को ये मंजूर नहीं कि उसकी बेटी दूसरे धर्म वाले से शादी करे। लेकिन डिंपल प्रेम से डिगती नहीं है। विक्रम पहले मर्चेंट नेवी में जाना चाहता है लेकिन फिर सेना में चला जाता है औऱ वहां लेफ्टिनेंट के पद पर उसकी पहली नियुक्ति होती है।
इस दौरान वो एक आतंकवादी गिरोह से भिड़ता है और उसका सफाया भी करता है। फिर आता है कारगिल युद्ध जिसमें विक्रम अपनी जांबाजी दिखाता है। विक्रम और डिंपल का प्रेम फ्लैशबेक में दिखाया गया है। फिल्म की कहानी मुख्य रूप से विक्रम के सैन्य जीवन पर है और निर्देशक की पूरी कोशिश एक सैनिक की वीरता और बलिदान को दिखाने की है, ताकि दर्शक भावना के स्तर पर अपने भीतर उबाल महसूस करे।
सिद्धार्थ मल्होत्रा की बेहतरीन अदाकारी ने इसे संभव भी कर दिया है। ये उनका अब तक का सबसे बेहतरीन काम है। कियारा आडवाणी भी जब तक स्क्रीन पर रहती हैं दर्शकों को बांधे रखती हैं। फिल्म में गाने भी है लेकिन वे सामान्य ही हैं। लेकिन जिस तरह से `विक्रम कथा’ कही और दिखाई गई है उसमें कही ढीलापन नहीं है। कारगिल की पहाड़ियों का फिल्मांकन भी जबर्दस्त है।
फिल्म में कुछ छोटी असंगतियां भी हैं। जैसे विक्रम मर्चेंट नेवी में जाने की बचाए सेना की नौकरी क्यों पसंद करता है ये साफ नहीं होता। ऐसी ही कुछ और बातें भी हैं। पर इन सबके बावजूद `शेरशाह’ यादों में बसने वाली फिल्म है। एक युद्ध- फिल्म के रूप में ये जेपी दत्ता की फिल्म `एलओसी कारगिल’ की याद दिलाती है जो कारगिल युद्ध पर ही बनी थी। पर मोटे तौर पर दोनों फिल्मों का ट्रीटमेंट अलग-अलग है। निर्देशक विष्णु वर्धन की ये पहली हिंदी फिल्म है और इसके साथ ही उन्होंने हिंदी फिल्म उद्योग में धमाकेदार एंट्री मारी है।
फिल्म का नाम- शेरशाह
शेरशाह रेटिंग- 3 स्टार्स
निर्देशक- विष्णु वर्धन
कलाकार- सिद्धार्थ मल्होत्रा, कियारा आडवाणी, शिव पंडित