Laxmi Narayan Yoga: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों के स्थान या राशि परिवर्तन से कई योग और शुभ संयोग बनते हैं। इन योग के बनने से शुभ और अशुभ दोनों प्रभाव पड़ता है। इस बार नवंबर में लक्ष्मी नारायण योग बन रहा है।
यह योग कैसे बनता है और किन राशियों के जातकों के लिए यह शुभ होता है। साथ ही इसका क्या प्रभाव पड़ता है। आइए जानते हैं।
क्या है क्या है लक्ष्मी नारायण योग?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब एक ही राशि में दो ग्रह मिलते हैं यानि की गोचर करते हैं, तो लक्ष्मी नारायण योग बनता है। इस माह में वृश्चिक राशि में बुध और शुक्र देव एक साथ होंगे, जिससे लक्ष्मी नारायण योग बनेगा। 11 नवंबर को शुक्र देव और 13 नवंबर को बुध देव वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे। इस योग से कई राशियों के जातकों को आर्थिक लाभ, करियर में तरक्की आदि कई फायदे हो सकते हैं।
सिंह राशि
इस राशि के जातकों के लिए शुक्र और बुध देव का गोचर लाभप्रद हो सकता है। संपत्ति या नया वाहन खरीदने के प्रबल योग बन रहे हैं। घर में समृद्धि आ सकती है। साथ ही कोई नया व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं। जातकों को इस अवधि में अपनी मां का पूरा साथ व सहयोग मिल सकता है।
धनु राशि
बुध और शुक्र देव के एक ही राशि में गोचर से बन रहे लक्ष्मी नारायण योग से इस राशि के जातकों के अच्छे समय आ सकते हैं। एमएनसी कंपनी में कार्यरत और व्यवसायी जातकों को लाभ हो सकता है।
मकर राशि
यह गोचर मकर राशि के जातकों के लिए फलदायी हो सकता है। इस दौरान आपकी कई इच्छाएं पूरी हो सकती हैं। छात्र जातकों को भी अच्छे परिणाम मिलने की संभावना है। कार्यस्थल पर भी समय आपके अनुकूल हो सकता है और सैलरी में बढ़ोतरी भी हो सकते हैं। सामाजिक प्रतिष्ठा भी बढ़ सकती है।
कुंभ राशि
इस राशि के जातकों को आगे बढ़ने के कई मौके मिल सकते हैं। करियर में सफलता मिल सकती है। घर में सुख-समृद्धि आ सकती है। कार्यस्थल पर किए गए मेहनत के नतीजे मिल सकते हैं। प्रमोशन आदि का भी लाभ मिलने की संभावना है।