Festival Of This Week: वैदिक पंचांग के अनुसार इस सप्ताह की शुरुआत माघ महीने के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि के साथ हो रही है। वहीं सप्ताह का अंत मौनी अमावस्या से हो रहा है। साथ ही इस सप्ताह षटतिला एकादशी, प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि व्रत आदि पड़ रहे हैं। आइए जानते हैं इनकी तिथि और महत्व…
षटतिला एकादशी: Shattila Ekadashi 2023 (18 जनवरी, बुधवार)
षटतिला एकादशी का शास्त्रों में विशेष महत्व है। पचांग के अनुसार, माघ मास के कृष्ण पक्ष का एकादशी तिथि को षटतिला एकादशी का व्रत रखा जाता है। मान्यता है इस दिन जो व्यक्ति सच्चे मन से भगवान विष्णु की उपासना करता है। भगवान विष्णु उसकी सभी मनोकामाएं पूर्ण करते हैं। एकादशी का व्रत करने वाले उपासक को दरिद्रता और कष्टों से मुक्ति मिलती है और बैकुंठ की प्राप्ति होती है। इस दिन तिलों से निर्मित पदार्थ खाने का विधान है। वहीं इस दिन वृद्धि, अमृत सिद्धि और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहे हैं।
गुरु प्रदोष व्रत: Guru Pradosh Vrat 2023 (19 जनवरी, गुरुवार)
हर महीने की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष का व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा- अर्चना की जाती है। वहीं जब प्रदोष व्रत गुरुवार को पड़ता है, तो उसे गुरु प्रदोष व्रत कहते हैं। गुरु प्रदोष व्रत रखने से मनचाही इच्छा पूरी होती है. संतान संबंधी किसी भी मनोकामना की पूर्ति इस दिन की जा सकती है। वहीं इस व्रत को रखने से व्यक्ति को आरोग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा शाम को की जाती है।
मासिक शिवरात्रि व्रत: Masik Shivratri Vrat 2023 (20 जनवरी, शुक्रवार)
पंचांग अनुसार प्रत्येक माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाता है। इस दिन मां पार्वती और भगवान शिव की उपासना की जाती है। मान्यता है जो व्यक्ति इस दिन व्रत रखकर मां पावर्ती और भगवान शिव की आराधना करता हैष उसके जीवन में सुख- शांति बनी रहती है। वैवाहिक जीवन में मधुरता रहती हैं। साथ ही आरोग्य की भी प्राप्ति होती है।
मौनी अमावस्या: Mauni Amavasya 2023 (21 जनवरी, शनिवार)
मौनी अमावस्या के दिन दान- स्नान का विशेष महत्व होता है। वहीं मौनी अमावस्या के दिन अपने पितरों को तर्पण और पिंडदान करते हैं उन्हें पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। साथ ही जीवन में सुख- समृद्धि का वास रहता है। वहीं अमावस्या के दिन चंद्रमा के दर्शन नहीं होते, जिस कारण मन की स्थिति शिथिल होती है इसलिए इस दिन मौन रहकर मन को संयम में रखना चाहिए, क्योंकि चंद्रमा का संबंध हमारे मन से होता है। इसलिए इस दिन मौन रखा जाता है। इस दिन लोग कुछ दान करके मौनी खोलते हैं।