Negative effect of Mars transit: 16 अक्टूबर को मंगल के मिथुन राशि में प्रवेश करने से कुछ राशियों की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो सकती है। ऐसा माना जाता है कि कुछ राशियों को आर्थिक रूप से बहुत नुकसान हो सकता है और कुछ बड़े खर्च हो सकते हैं जो आपके बजट को प्रभावित कर सकते हैं और वित्तीय स्थिति को कमजोर कर सकते हैं।
मंगल 16 अक्टूबर को बुध की मिथुन राशि में गोचर कर चुका है। ऐसे में मंगल का मिथुन राशि में आना जहां एक तरफ देश और दुनिया में प्राकृतिक आपदाओं और बड़े बदलाव का संकेत देता है वहीं दूसरी तरफ कुछ राशियों के लिए यह गोचर बेहद अशुभ माना जाता है। ज्योतिषियों का मत है कि मंगल का यह गोचर कुछ राशि के लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है और साथ ही उनके वित्त और करियर को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। आइए एक नजर डालते हैं कि गोचर के दौरान लोगों को किन राशियों का ध्यान रखना चाहिए-
मिथुन राशि पर मंगल का अशुभ प्रभाव
इस राशि में मंगल का गोचर हुआ है, इसलिए मिथुन राशि वालों के लिए यह गोचर काफी महत्वपूर्ण रहेगा। इस दौरान कोई बड़ा नुकसान हो सकता है। साथ ही किसी गलत निर्णय के कसरण कार्य पर अतिरिक्त धन खर्च करना धन की बर्बादी हो सकती है। मंगल का यह गोचर आपके स्वभाव को बदल देगा और उत्साह और जोश से आपको कोई बड़ा नुकसान होने की संभावना है। किसी भी कार्य में जल्दबाजी करना आपको महंगा पड़ सकता है। इस समय भाई-बहनों से सहयोग न मिलने से आप काफी दुखी रहेंगे। वहीं दूसरी ओर जो लोग शादीशुदा हैं उन्हें दांपत्य जीवन में कुछ गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
कर्क राशि पर मंगल का अशुभ प्रभाव
कर्क का यह गोचर बारहवें भाव में हो रहा है जो व्यय, हानि और मोक्ष का प्रतिनिधित्व करता है। इस भाव में मंगल का गोचर आपको प्रतिकूल परिणाम देगा। इस वजह से आपको इस अवधि में धन संबंधी सभी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और आपके करियर में भी काफी उतार-चढ़ाव का अनुभव हो सकता है। आर्थिक रूप से इस समय आपके ख़र्चों में अत्यधिक वृद्धि हो सकती है और आपके शत्रु आपको हानि पहुँचाने का प्रयास कर सकते हैं। इस समय आपको पैसों की कमी के कारण कर्ज लेना पड़ सकता है। मंगल का अशुभ प्रभाव आपके स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। वैवाहिक जीवन में मानसिक तनाव के भी संकेत हैं। यात्रा से धन या स्वास्थ्य की हानि हो सकती है।
तुला राशि पर मंगल का अशुभ प्रभाव
मंगल का तुला राशि के नवम भाव में गोचर आपको स्वास्थ्य और आर्थिक समस्या दे सकता है। किसी ऐसे स्थान पर काम करने वाले लोगों का अचानक स्थानांतरण हो सकता है जो आपकी पसंद के नहीं हैं और इससे आपके जीवन में परेशानी हो सकती है। ऐसे में आप नौकरी बदलने के बारे में भी सोच सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है कि इस समय किसी भी तरह का पैसा निवेश न करें। अभी निवेश करने से भविष्य में नुकसान हो सकता है। भाई-बहनों से भी इस समय संबंध अच्छे नहीं रहेंगे। आपके मन में नकारात्मक विचारों का बोलबाला रहेगा और आपका अहंकार बढ़ेगा और वैवाहिक जीवन में भी परेशानी हो सकती है। साथ ही किसी तरह के कानूनी पचड़े में पड़ने की भी संभावना है।
मंगल का वृश्चिक राशि पर अशुभ प्रभाव
यह गोचर वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली के आठवें भाव में होगा, जो आपके जीवन के कई क्षेत्रों में बाधाओं का संकेत दे रहा है। इस बार धन कमाने के लिए आपको अधिक मेहनत करनी होगी। ऑफिस में सहकर्मी भी इस समय आपका सहयोग नहीं करेंगे और करियर में कई उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। इस समय आपको संभलकर वाहन चलाना चाहिए। दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इस दौरान आपको आंखों और वाणी से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। विवाह में कुछ समस्याएं बनी रहेंगी और आपके तनाव और चिड़चिड़ापन में वृद्धि होगी। इसके उपाय के रूप में आम के पत्तों को लाल रस्सी में बांधकर मुख्य द्वार पर तोरण लगाना चाहिए।
मीन राशि पर मंगल का अशुभ प्रभाव
मीन राशि के जातकों पर मंगल के गोचर के अशुभ प्रभाव के कारण उनके जीवन में काफी उथल-पुथल हो सकती है। सप्तम भाव में मंगल प्रेम जीवन और विवाह में अशुभ फल देगा। इस समय मंगल के अशुभ प्रभाव के कारण आपके साथी को कष्ट हो सकता है। जो लोग शादी करने की योजना बना रहे थे, उन्हें उनके रास्ते में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। वहीं साझेदारी में व्यापार करने वालों पर भी इस गोचर से प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। पार्टनर के साथ आपके संबंध प्रभावित हो सकते हैं।