अमावस्या के दिन इन उपायों को करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलने की है मान्यता, जानिए
Amavasya Pitru Dosh Ke Upay: ज्योतिष शास्त्र के विद्वानों का मानना है कि अमावस्या का दिन पितरों का होता है, इसलिए इस दिन पितृ दोष के लिए उपाय करना भी बहुत कारगर माना जाता है।

Somvati Amavasya/ Pitrudosh Ke Upay: हिंदू पंचांग के मुताबिक मार्गशीर्ष मास की अमावस्या को सोमवती अमावस्या मनाई जाएगी। ग्रेगोरियन कैलेंडर की मानें तो 14 दिसंबर, सोमवार को सोमवती अमावस्या है। ज्योतिष शास्त्र के विद्वानों का मानना है कि अमावस्या का दिन पितरों का होता है, इसलिए इस दिन पितृ दोष के लिए उपाय करना भी बहुत कारगर माना जाता है।
कहते हैं कि इस दिन पितरों के लिए उपाय करने से बहुत जल्द पितृ दोष से मुक्ति पाई जा सकती है। बताया जाता है कि अमावस्या की तिथि पूरी तरह से पितरों को समर्पित होती हैं। जिन लोगों के घरों में पितृ दोष लगा होता है, उनके घर में मांगलिक कार्य नहीं हो पाते हैं और न ही उन लोगों के घरों में संतान की प्राप्ति हो पाती है। इसलिए घर से पितृ दोष हटाना बहुत जरूरी माना जाता है।
अमावस्या तिथि के दिन दक्षिण दिशा की ओर मुख करके दिवंगत पितरों के लिए पितृ तर्पण करें। कहा जाता है कि अमावस्या तिथि पर किसी भी तिथि पर गुजरे हुए पितरों के लिए पितरों के लिए तर्पण किया जा सकता है। संभव हो तो पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए इस दिन पितृ तर्पण जरूर करना चाहिए।
अपने घर-परिवार के पितरों का ध्यान करते हुए उन्हें प्रणाम करें। साथ ही पीपल के पेड़ की जड़ में कच्ची लस्सी, गंगाजल, काले तिल, चीनी, चावल, जल और फूल अर्पित करें। बताया जाता है कि इस उपाय को करने से जल्द ही पितृ दोष से मुक्ति पाई जा सकती है। लेकिन ध्यान रखें कि इस उपाय की केवल प्रक्रिया पूरी करने से प्रभाव नहीं पड़ेगा, इस प्रक्रिया के दौरान में मन में भाव और सम्मान का होना आवश्यक है। क्योंकि कहा जाता है कि वास्तविक रूप में पितरों के पास यह भौतिक वस्तुएं नहीं जाती हैं, उनके पास केवल भाव पहुंचते हैं।
अमावस्या के दिन सूर्यास्त होने के बाद पितरों को नमन कर ‘ॐ पितृभ्य: नम: का जाप करें। कोशिश करें कि जप 5, 7, 11, 21, 31 या 51 माला का हो। कहते हैं कि श्रद्धा भाव से पितरों को प्रसन्न करने के लिए किए गए जप का प्रभाव बहुत जल्द दिखना शुरू हो जाता है। अगर आपके घर में पितृ दोष लगा हुआ है तो आपको यह उपाय करना चाहिए।