शनिदेव अत्यंत ही विशिष्ट देव हैं। वे ग्रह भी हैं और देवता भी। ज्योतिष में शनिदेव को दशम और लाभ स्थान का स्वामित्व प्राप्त है। मनुष्य के जीवन में कर्म और उसके लाभ की स्थिति हम शनि से ही देखते हैं। इसके अलावा शनिदेव गूढ़ विद्या और रहस्य का भी कारक है। शनि को आठवें भाव का कारकत्व भी प्राप्त है। आठवां भाव मृत्यु और आयु से भी सम्बंधित होता है।
शनि प्रधान व्यक्ति को कर्म बहुत करना पड़ता है। शनि मनुष्य के कर्मों का फल उसे प्रदान करते है और जातक को न्याय देते है। उनका प्रताप ऐसा है कि वे क्रोधित होने पर राजा को रंक और प्रसन्न होने पर रंक को राजा बना देते हैं। वही शनिदेव 05 जून 2022 से वक्री हो गए हैं।
तीर्थराज प्रयागराज के सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य व वास्तु विशेषज्ञ प्रणव ओझा ने जनसत्ता डॉट कॉम से बताया कि शनि देव पूरे 141 दिनों के लिए वक्री हुए हैं। 11 जुलाई तक यह कुम्भ राशि में वक्री रहेंगे और 12 जुलाई 2022 को ये कुंभ से मकर राशि में प्रवेश कर जायेंगे। शनि देव का यह वक्र काल किन राशियों के लिए विफलता या परेशानियों का कारण बनने वाला हैं हम इस लेख में जानेंगे-
वृषभ राशि : वस्तुविशेषज्ञ प्रणव ओझा के अनुसार शनि देव का जो वक्र काल हैं यह आपके लिए अति उत्तम होने जा रहा है। इस गोचर काल में आपकी सफलता में चार चांद लग जाएंगे। चाहे आप व्यापार करते हैं या नौकरी करते हैं तो आपको फायदा मिलना ही मिलना है। सारी चिंता से मुक्ति मिलनी ही वाली है। सुख में वृद्धि होने वाली हैं ।धन खुद चलकर आएगा आपके पास। यह 141 दिन का गोचर काल वृषभ राशि के लिए अति उत्तम रहने वाला हैं।।
मिथुन राशि: ज्योतिषाचार्य प्रणव ओझा का कहना है कि मिथुन राशि वाले जातकों के भाग्य में चारगुना वृद्धि हो जाएगी। भाग्य जबरदस्त साथ देगा। यह समय आपके लिए विशेष भाग्यप्रदायक हो जाएगा। यह जान लीजिए विशेष रूप से यह गोचर सकारात्मकता लाने वाला हैं। सारे विरोधी शांत होगे, आपको इस परिस्थिति का लाभ उठाना चाहिए। मिथुन राशि वालों के लिए यह वक्र काल अत्यंत सुखदायी होगा।।
कन्या राशि: वास्तुविद प्रणव ओझा के अनुसार इस गोचर काल से आपको विशेष फायदा मिलेगा, चाहे वो आपका शत्रु हो या कोई भी आपका कुछ नही बिगाड़ सकता। हां वक्री होने से आपको थोड़ी स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं। कई बार रोग लौट आता हैं। बाकी कहीं और कोई दिक्कत नही है। कार्यक्षेत्र में भी कही कोई दिक्कत नही होगी। मेहनत करिए मेहनत से नए सितारे उभर कर आयेगे। यह समय 141 दिन का है और आपके लिए पूर्ण लाभ की स्थितियां दिखाई दे रही हैं। यात्रा भी आपके लिए लाभप्रद होने वालीं हैं।