ऐसी मान्यता है कि शनि की कुपित दृष्टि जिस पर पड़ती है, उसका सब कुछ नष्ट हो जाता है, लेकिन अगर शनिदेव की कृपा हो जाए तो इंसान की किस्मत चमक सकती है। शनि को न्याय का देवता कहा जाता है। वे बेईमान लोगों को दंड देते हैं। तो वहीं, ईमानदार और परिश्रमी लोगों पर अपना आशीर्वाद बनाए रखते हैं। ज्योतिषियों के मुताबिक शनि की दृष्टि सभी के लिए महत्वपूर्ण होती है। उनके नाराज होने से मनुष्य का अनिष्ट हो सकता है। मान्यता है कि अलग-अलग ग्रहों पर शनि की दृष्टि का प्रभाव अलग-अलग पड़ता है। आइये जानते हैं कि शनि के प्रकोप और कुदृष्टि से बचने के लिए किन उपायों को अपनाने की है मान्यता…
ना खरीदें लोहे का सामान: शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा की जाती है। ऐसे में इस दिन भूलकर भी लोहे का कोई सामान नहीं खरीदना चाहिए। क्योंकि मान्यता है कि शनिवार के दिन लोहे का सामान खरीदने से शनिदेव नाराज हो जाते हैं।
शनिवार को ना खरीदें नमक: कहा जाता है कि शनिवार को नमक नहीं खरीदना चाहिए। क्योंकि इस दिन नमक खरीदने से घर पर कर्ज हो जाता है। ऐसे में कर्जे से बचने के लिए ध्यान रखना चाहिए की इस दिन नमक खरीदने से बचें।
शनिवार को ना खाएं मसूर की दाल: शनिवार के दिन मसूर की दाल खाने से बचना चाहिए। मसूर की दाल खाने से शनि उग्र हो जाते हैं। क्योंकि कहा जाता है कि मसूर सूर्य और मंगल से संबंधित है, वहीं, शनिदेव का सूर्य और मंगल के साथ शत्रुवत संबंध है।
शनि को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय-
सरसों के तेल का दान: मान्यता है कि शनिवार के दिन तेल का दान करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। साथ ही सरसों के तेल का दान करने और इसका दीपक जलाने से मनुष्य को अपने सभी कष्टों से छुटकारा मिल जाता है।
लोहे से बनीं चीज का करें दान: शनिवार को लोहे से बने सामान का दान करना चाहिए। ऐसा करने से शनिदेव शांत होते हैं। इसके अलावा शनि के प्रकोप से बचने के लिए रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। ऐसा करने से शनि की दृष्टि निर्मल हो जाती है।