रत्न ज्योतिष अपने आप मनुष्य को प्रकृति के द्वारा दिया हुआ नायाब तोहफा है। मनुष्य प्रकृति के इस वरदान को सही विधि विधान से मंत्र शक्ति के माध्यंम से प्राण प्रतिष्ठित करके अपने जीवन में सुनहरा बदलाव ला सकता है। इस रत्न को धारण करने के कई लाभ है। यदि आप कुंडलिनी साधना कर रहे हैं तो इस रत्न को धारण करना आपके लिए फायदेमंद होगा। आप इसे अंगूठी में या माला बनाकर धारण कर सकते हैं। हालांकि, जहर मोहरा रत्न धारण करने से पहले ज्योतिषीय सलाह अवश्य लें। आज के इस लेख में हम बात करने वाले हैं जहरमोहरा रत्न या सरपेंटाइन स्टोन के बारें में और इसके बारे में हमसे ख़ास बात कर रहे हैं दिल्ली के अंक ज्योतिष सिद्धार्थ एस कुमार से; आइए जानते हैं-
कैसे होते हैं देखने में ये रत्न
जनसत्ता डॉट कॉम से खास बातचीत में दिल्ली के न्यूमेरोलॉजिस्ट सिद्धार्थ एस कुमार ने बताया कि जहर मोहरा रत्न का रंग हरा, पीला और हल्फा सफ़ेद होता है। लेकिन हरा रंग वाला रत्न मनुष्य के लिए ज्यादा लाभदायक है।
कैसे करें धारण
न्यूमेरोलॉजिस्ट सिद्धार्थ एस कुमार के मुताबिक जहर मोहरा रत्न को अष्ट धातु में जड़वा कर पीले धागे में गले में धारण करना चाहियें। अगर किसी भी कारन से धारण करना सम्भव ना हो तो, जहर मोहरा रत्न के भस्म को नहाने के पानी में भी मिलाया जा सकता हैं।
जहर मोहरा रत्न के फायदे
- पितृ दोष के प्रभाव को काम करने काफी मददगार साबित होता है।
- जहर मोहरा रत्न जातक को नजर दोष और सर्प दंश से बचता हैं।
- जहर मोहरा रत्न शरीर के सातों चक्रो को बैलेंस करने में भी मदद करता हैं।
- जहर मोहरा रत्न इंसान के ध्यान क्षमता को भी विकसित करता है।
- जहर मोहरा रत्न जातक के जीवन में मानसिक अवसादों को दूर करता हैं।
- इस रत्न से डायबिटीज जैसी बीमारियों में भी लाभ होता हैं।
- यह रत्न इंसान के सूक्ष्म मस्तिक की क्षमता का भी विकास करता हैं।
आपको बता दें कि इस रत्न का इस्तेमाल मुख्य रूप से यूनानी और आयुर्वेदिक दवा बनाने में होता है। हालांकि, शुद्ध रत्न का ही उपयोग दवा बनाने के लिए होता है। इसलिए इसका इस्तेमाल हमेशा शोधन के बाद ही किया जाता है।