scorecardresearch

Sawan Somvar Vrat 2019, Nag Panchami: सावन का पहला सोमवार और नागपंचमी, 125 साल बाद बन रहे अद्भुत संयोग का ये है महत्व

Sawan Somvar Vrat 2019, Nag Panchami : सावन सोमवार 22 जुलाई 2019 को अत्यधिक शुभ दिन हो रहा है। इसी दिन एक दुर्लभ संयोग भी बन रहा है। 125 साल बाद इसी दिन नाग पंचमी की भी पूजा देशभर में की जाएगी।

sawan somvar durlabh sanyog, nag panchami,Nag Panchami 2019,sawan 2019,Sawan first somwar, sawan ka pahla somvar, sawan somvar ke din nag panchami, sawan somwar vrat, shiv aarti, sawan somvar puja vidhi, sawan months 2019,sawan shivratri 2019,sawan somvar puja vidhi,sawan somwar date 2019,sawan start 2019,significance of sawan somvar vrat,देवी पार्वती,नाग पंचमी,नाग पंचमी 2019,भगवान शिव,शिव चालीसा,शिवजी पूजा,सावन का पहला सोमवार
sawan somvar 2019. nag panchami: सावन में सोमवार के साथ नाग पंचमी का होना दिव्य संयोग माना जाता है।

Sawan Somvar Vrat 2019 : वैसे तो सावन का सोमवार ही अपने आप में काफी महत्व रखता है। इस दिन भगवान शिव की विशेष कृपा अपने भक्तों पर रहती है। यही कारण है कि शिव पर आस्था रखने वाला हर भक्त इस दिन व्रत रहता है। पर इस सोमवार को इसका महत्व कई गुना ज्यादा है। इसका कारण है 125 साल बाद नाग पंचमी और सावन सोमवार एक ही दिन पड़ रहा है।

आपको बता दें कि ये दिव्य संयोग 22 जुलाई 2019 यानी सावन के पहले सोमवार को पड़ रहा है। सोमवार को कृष्ण पक्ष की पंचमी है, ज्योतिष और पुराणों के ज्ञाता बताते हैं कि भविष्य पुराण में इसको नागपंचमी तिथि के रूप में माना गया है। सावन सोमवार पर शिव की पूजा के साथ नागों की पूजा भी होगी क्योंकि नागपंचमी तिथि पड़ रही है। यह अद्भुत और दिव्य संयोग दुर्लभ माना गया है क्योंकि 125 सालों बाद ऐसा हो रहा है।

आपको बता दें कि भगवान भोलेनाथ को नागों से अत्यधिक प्रेम है। यही कारण है कि उन्होंने नाग को अपने गले में धारण किया है। ऐसे में सावन के सोमवार के दिन अगर आप भगवान शिव की पूजा विधिवत करते हैं और नाग देवता की भी पूजा करते हैं तो ये प्रबल फलदायी होगा।

सावन सोमवार व्रत की पूरी कथा यहां पढ़िए

सावन सोमवार व्रत के बाद पूजा की पूरी विधि

इस बार सावन के दो सोमवार पर हो रहा ऐसा अद्भुत संयोग
ऐसा शुभ संयोग देखिए कि 22 जुलाई के पहले सोमवार को तो कृष्ण पक्ष की पंचमी है। इसके अलावा दूसरा शुभ संयोग 5 अगस्त को भी पड़ रहा है। उस दिन शुक्ल पक्ष की पंचमी है और उस दिन भी नाग पंचमी देश के कई हिस्सों में मनाया जाएगा। 22 जुलाई को भी बिहार, बंगाल, उड़ीसा, राजस्थान आदि कई प्रांतों में नागपंचमी का त्योहार मनाया जाएगा।

पढें Religion (Religion News) खबरें, ताजा हिंदी समाचार (Latest Hindi News)के लिए डाउनलोड करें Hindi News App.

First published on: 22-07-2019 at 05:26 IST
अपडेट