Saturn Planet Gochar In Aquarius: वैदिक ज्योतिष अनुसार जब भी कोई ग्रह राशि परिवर्तन करता है, तो इसका सीधा प्रभाव मानव जीवन और पृथ्वी पर देखने को मिलता है। आपको बता दें कि शनि देव 17 जनवरी को अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में प्रवेश (Shani Planet Transit in Kumbh) करने जा रहे हैं। जिसका प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर देखने को मिलेगा। लेकिन 3 राशियां ऐसी हैं, जिनको इस समय धनलाभ और उन्नति के योग बन रहे हैं। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सी हैं…
मेष राशि (Aries Zodiac)
शनि का कुंभ राशि में गोचर मेष राशि के जातकों को शुभ साबित हो सकता है। क्योंकि आपकी राशि के स्वामी मंगल ग्रह धन भाव पर स्थित हैं। इसलिए आपको आकस्मिक धनलाभ की प्राप्ति होगी। साथ ही आपकी राशि से लाभ के स्थान पर शनि देव विचरण करेंगे। जिससे आपकी आय में वृद्धि होगी। क्योंकि शनि लाभ स्थान पर कारक होते हैं। इसलिए व्यापार में अच्छा मुनाफा होगा। मतलब जिन लोगों का लोहे का व्यापार, गैस एजेंसी, पेट्रोलियम, सीमेंट और शराब के कारोबारी हैं, उनको विशेष लाभ हो सकता है। साथ ही जिन लोगों का व्यापार विदेश से जुड़ा हुआ है, उनके लिए ही यह समय शानदार रह सकता है। लेकिन राहु ग्रह आपको थोड़ी टेंशन दे सकते हैं। लेकिन अप्रैल में गुरु ग्रह के गोचर करते ही तनाव से मुक्ति मिलेगी।
वृष राशि (Taurus Zodiac)
आप लोगों के लिए शनि ग्रह का गोचर लाभप्रद सिद्ध हो सकता है। क्योंकि आपकी राशि के स्वामी शुक्र ग्रह आपके भाग्य स्थान पर विराजमान हैं। इसलिए शुक्र ग्रह आपको धनलाभ की प्राप्ति कराएंगे। साथ ही भाग्य का भी साथ मिलेगा। वही शनि देव आपकी गोचर कुंडली में शश नामक राजयोग बनाकर स्थित हैं। इसलिए जो लोग सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं, उनको नौकरी मिल सकती है। वहीं देव गुरु भी लाभ स्थान पर विराजमान हैं। इसलिए 22 अप्रैल तक आप जो काम करना चाहते हैं, वो कर लें। इस समय आपको निवेश से लाभ होगा।
धनु राशि (Dhanu Zodiac)
शनि के गोचर करते ही धनु राशि के लोगों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी। तरक्की के नए मार्ग खुलेंगे। वहीं धनु राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति आपकी गोचर कुंडली के सुख- साधन के भाव में विराजमान हैं। इसलिए 22 अप्रैल से पहले कोई प्रापर्टी या वाहन खरीदने का योग बनेगा। साथ ही जो लोग चुनाव लड़ना चाहते हैं, तो वह लड़ सकते हैं। क्योंकि आपकी गोचर कुंडली में हंस नामक राजयोग बनेगा।
वहीं शनि देव धन और पराक्रम भाव का स्वामी तीसरे स्थान में स्थित रहेंगे। यहां आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। विदेशों से धनलाभ की प्राप्ति होगी। मेहनत से भाग्योदय होगा। साथ ही भाई- बहन का साथ मिलेगा। वहीं जो छात्र विदेश में जाकर पढ़ना चाहते हैं, उनका इस अवधि में योग बन सकता है।