मुख्य रुप से बृहस्पति ही मोटापा बढ़ाने का कारण माना जाता है। इसी के कारण शरीर में वसा जमा होने लगती है। कभी-कभी चंद्रमा और शुक्र ग्रह भी मोटापा बढ़ाने में भूमिका निभाते हैं। माना जाता है कि मंगल, शनि और राहु शरीर को दुबला-पतला बनाए रखते हैं। कुंडली की अलग-अलग दिशाओं में भी मोटापा घटता और बढ़ता रहता है। डॉक्टरों के अनुसार माना जाए तो मोटापा कई प्रकार का होता है कई लोग बचपन से ही मोटे होते हैं कुछ समय के साथ और बढ़ती उम्र के साथ मोटे होते जाते हैं। कई बार चंद्रमा के मजबूत होने के कारण ही बच्चा जन्म से गोलमटोल होता है लेकिन देखा गया है कि बाद में बच्चे दुबले हो जाते हैं। ऐसे में बच्चे को हफ्ते में कम से कम दो बार पंचामृत पिलाएं। तांबे के बर्तन में रखा हुआ जल पिलाएं।
9 से 30 वर्ष के लोगों के अधिक मोटापे का कारण बिगड़े हुए बृहस्पति और राहु होते हैं। बृहस्पति के बिगड़े होने के कारण खाने के प्रति लालच बढ़ता है और राहु के कारण व्यक्ति को जंकफूड खाने की आदत पड़ती है। इसी कारण से मोटापा तेजी से बढ़ने लगता है। मोटापा दूर करने के लिए एक मंत्र है कि नियमित रुप से नींबू पानी पीया जाए। शाम होने के बाद भारी खाने के सेवन पर रोक लगाएं। इसके साथ भोजन करते समय चौकड़ी में बैठें और हाथ से खाना खाएं। इसके साथ ही एक ओनेक्स रत्न जरुर धारण करें। शादी के बाद यदि वजन बढ़ जाता है तो इसके लिए पति-पत्नी पूर्व दिशा में सिर रखकर सोएं। इसके साथ ही मोटापा कम करने के लिए अनामिका उंगली में रांगे की अंगूठी पहने और इसे धारण करने का शुभ दिन रविवार होता है।