Panchak kaal: पंचक काल को धर्म और ज्योतिष शास्त्र में शुभ नहीं माना जाता है और इस दौरान कई कार्यों की मनाही होती है। धर्म ग्रंथों में अग्नि पंचक, चोर पंचक, राज पंचक आदि 5 प्रकार के पंचक बताए गए हैं। जब सोमवार से पंचक प्रारंभ हुए तो उन्हें राज पंचक कहा जाता है। साल 2023 का पहला पंचक कल यानी 23 जनवरी 2023 सोमवार से शुरू हो गया है, यह राज पंचक (Raj Panchak) है। कुछ कार्यों के लिए यह पंचक बहुत ही शुभ माना जाता है।
पंचक क्या है?
ज्योतिष के अनुसार, पंचक काल तब शुरू होता है जब चंद्रमा नक्षत्र के तीसरे चरण और उत्तराभाद्रपद, पूर्वाभाद्रपद, रेवती और शतभिषा नक्षत्र के चारों चरणों से होकर गुजरता है। यूं तो ज्योतिष शास्त्र में पंचक काल को अत्यंत अशुभ काल माना जाता है। लेकिन राज पंचक शुभ माना जाता है। कल दिन सोमवार 23 जनवरी दोपहर 1 बजकर 52 मिनट से शुरू हुआ राजपंचक 27 जनवरी शुक्रवार को शाम 6 बजकर 37 मिनट तक रहेगा.
राज पंचक में ऐसे कार्य करना शुभ होता है
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राजा पंचक में धन और ऐश्वर्य से जुड़े कार्य बहुत ही शुभ माने जाते हैं। दरअसल राजपंचक में इस कार्य को करने से सफलता मिलती है। संपत्ति खरीदने और बेचने के अलावा, राज पंचक प्रशासनिक और राजनीतिक कार्यों के लिए भी अच्छा है। ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है।
पंचक में इन कार्यों को करने से बचें
- पंचक में मकान का निर्माण नहीं करना चाहिए, यानी घर की छत, चौखट की स्थापना नहीं करनी चाहिए।
- पंचक में दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। इसे यम की दिशा माना जाता है। पंचक में दक्षिण दिशा में यात्रा करने से दुर्घटना व आर्थिक हानि होने की संभावना रहती है।
- पंचक में लकड़ी, लकड़ी का सामान, ईंधन आदि घर में नहीं लाना चाहिए।
- यदि पंचक में परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु हो जाती है तो विशेष विधि-विधान से अंतिम संस्कार करना चाहिए।