Som Pradosh Vrat: शास्त्रों में प्रदोष व्रत पर भगवान शिव की पूजा का विशेष विधान बताया गया है। मान्यता है जो भी व्यक्ति इस दिन श्रद्धा के साथ भगवान शिव की उपासना और अभिषेक करता है, उसको सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। साथ ही भगवान शिव के आशीर्वाद से सुख- समृद्धि में वृद्धि होती है। आपको बात दें कि आज 5 दिसंबर को सोम प्रदोष व्रत (Som Pradosh Vrat December 2022) है। वहीं ये इस साल का आखिरी सोम प्रदोष व्रत (Som Pradosh Vrat Puja) भी है। ऐसे में आपको बता दें कि ज्योतिष में भगवान शिव से संबंधित पूजा- अर्चना के बारे में बताया गया है। मतलब भोलेनाथ की पूजा करते समय इन गलतियों से बचना चाहिए। आइए जानते हैं…
प्रदोष व्रत तिथि (Pradosh Vrat Tithi)
पंचांग के अनुसार शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 5 दिसंबर 2022 को सुबह 05 बजकर 57 मिनट पर शुरू हो रही है। वहीं 06 दिसंबर 2022 को सुबह 06 बजकर 46 मिनट पर यह समाप्त हो रहा है।
महिलाएं शिवलिंग छूने से बचें
शास्त्रों के अनुसार महिलाएं भगवान की पूजा करते समय शिवलिंग छूने से बचें, क्योंकि ऐसा करने से माता पार्वती नाराज हो सकती है। महिलाएं भोलेनाथ की पूजा बिना शिवलिंग के स्पर्श के कर सकती हैं।
काले रंग के वस्त्र पहनने से बचें
भगवान शिव की पूजा में काले रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए। ज्योतिष में काले रंग को नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है। इसलिए भगवान शिव की पूजा में सफेद या पीले रंग के वस्त्र पहनकर पूजा कर सकते हैं।
इन चीजों को अर्पित नहीं करना चाहिए
भगवान शिव की पूजा या अभिषेक करते समय हल्दी, केतकी के फूल, तुलसी की पत्तियां, रोली और शंख का जल नहीं अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान शिव नाराज हो सकते हैं। साथ ही इससे धन की हानि हो सकती है।
इन चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए
प्रदोष व्रत के दिन मांसाहारी भोजन, प्याज, लहसुन और शराब आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि ये सब तामसिक भोजन होते हैं और इसका प्रभाव हमारे मन पर पड़ता है। इसलिए इन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। अन्यथा भगवान शिव रुष्ट हो सकते हैं।