Panchak May 2022: मई माह का पंचक आज 27 मई 2022 दिन शुक्रवार को खत्म होने जा रहा है, अभी तक पंचक चल रहा था। पंचांग और ज्योतिष के अनुसार माना जाता है कि पंचक में कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है। इसीलिए इस दौरान कई सारे कार्यों को करने से मना किया जाता है और इस दौरान लोग नियमों का पालन करते हैं। मई महीने का पंचक के खत्म होने के साथ ही कई विशेष संयोग बन रहे हैं।
बता दें कि पंचक 22 मई 2022, रविवार को प्रात: 11 बजकर 12 मिनट पर लगा था। इस दिन ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि थी। वहीं अब हिन्दू पंचांग के अनुसार पंचक का समापन 27 मई 2022, शुक्रवार को दोपहर 12 बजकर 39 पर हो रहा है।
आज दिन है खास
ज्योतिष शास्त्र की दृष्टि से 27 मई को विशेष संयोग घटित हो रहा है। आज के दिन ही ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी व्रत का पारण किया जाएगा। शुक्रवार को द्वादशी की तिथि है। इस दिन चंद्रमा मेष राशि में रहेगा। जहां पर तीन ग्रहों की युति देखने को मिलेगी। मेष राशि में शुक्र, राहु के साथ चंद्रमा की युति बन रही है।
ऐसे लगता है पंचक
जब चंद्रमा का गोचर घनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र में होता है तो पंचक की स्थिति उत्पन्न होती है। वहीं जब चंद्रमा का गोचर कुंभ और मीन राशि में होता है, तो भी ‘पंचक’ लगता है। पंचक को ‘भदवा’ के नाम से जाना जाता है। इसका मुहूर्त चिंतामणि में वर्णन मिलता है।
पंचक में नहीं किए जाते हैं ये कार्य
मान्यता के अनुसार पंचक में लकड़ी संबंधी कार्य नहीं किया जाता है। इसके साथ ही कई अन्य कार्य भी नहीं किए जाते हैं। जैसे कि
- पंचक के दौरान चारपाई बनवाना शुभ नहीं माना जाता।
- पंचक के दौरान घास, लकड़ी, आदि जलने वाली वस्तुएं एकत्र नहीं करनी चाहिए।
- दक्षिण दिशा में पंचकों के दौरान यात्रा नहीं करनी चाहिए।
- पंचक के दौरान घर की छत नहीं बनवानी चाहिए।
- शय्या का निर्माण पंचकों के दौरान नहीं करना चाहिए।