Mokshada Ekadashi 2022 Date: शास्त्रों में एकादशी व्रत को श्रेष्ठ माना गया है। आपको बता दें कि एकादशी व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है और इस दिन व्रत रखा जाता है। आपको बात दें कि पंंचांग के अनुसार मोक्षदा एकादशी (Mokshada Ekadashi) मार्गशीर्ष महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। इस बार मोक्षदा एकादशी 03 दिसंबर 2022 पड़ रही है। शास्त्रों के अनुसार मान्यता है कि जो व्यक्ति मोक्षदा एकादशी का व्रत करता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा- विधि…
मोक्षदा एकादशी शुभ मुहूर्त और तिथि (Mokshada Ekadashi 2022 Shubh Muhurat And Tithi)
फ्यूचर पंचांग के अनुसार मोक्षदा एकादशी का आरंभ 03 दिसंबर 2022 शनिवार को सुबह 05 बजकर 38 मिनट पर होगी और इसका अंत अगले दिन 04 दिसंबर को सुबह 05 बजकर 33 मिनट पर होगी। इसलिए उदयातिथि के अनुसार 3 दिसंबर को मनाई जाएगी। मोक्षदा एकादशी के दिन व्रत के पारण का समय 04 दिसंबर को दोपहर 01 बजकर 21 मिनट से दोपहर 03 बजकर 28 मिनट तक है।
मोक्षदा एकादशी पूजन विधि (Mokshada Ekadashi 2022 Pujan Vidhi)
इस दिन सुबह जल्दी उठ जाएं। इसके बाद स्नान करने के बाद साफ सुथरे कपड़े पहन लें। इसके बाद पूजा स्थल पर रखी चौकी पर पीला वस्त्र बिछाएं। इसके बाद भगवान विष्णु की तस्वीर या चित्र स्थापित करें। इसके बाद व्रत का संकल्प लें। इसके बाद घी का दीपक जलाकर फल, मिठाई और नैवेद्य अर्पित करें। साथ ही भगवान विष्णु का गंगाजल के अभिषेक करें। मोक्षदा एकादशी को पूरे दिन व्रत रखकर रात्रि जागरण करते हुए श्री हरि विष्णु का स्मरण करना चाहिए। अगले दिन दान करने का भी विशेष महत्व है। इसलिए दूसरे दिन जरूरतमंदों और ब्राह्राणों को दान करें।
मोक्षदा एकादशी का महत्व (Mokshada Ekadashi 2022 Significance)
मान्यता है कि मोक्षदा एकादशी के दिन व्रत कर भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती है। वहीं शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का संदेश दिया था, इसलिए, मोक्षदा एकादशी पर गीता जयंती भी मनाई जाती है। इसलिए इस दिन भगवान कृष्ण की पूजा करने का भी विधान है।