Makar Sankranti 2023, Shubh Yog: शास्त्रों में मकर संक्रांति के दिन दान- स्नान का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। इस पर्व को देश के हर हिस्से में अलग-अलग तरीके से मनाने की परंपरा है। यूपी-बिहार में मकर संक्रांति को खिचड़ी के नाम से जाना जाता है। वहीं राजस्थान और गुजरात में इन दिन पतंग उड़ाने की परंपरा है। आपको बता दें कि महाभारत काल में भीष्म पितामह ने अपनी देह त्यागने के लिये मकर संक्रांति का ही चयन किया था। इस बार मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा। साथ ही इस दिन 5 शुभ योग भी बन रहे हैं। जिससे इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है। आइए जानते हैं शुभ योग और दान- स्नान का शुभ मुहूर्त…
मकर संक्रांति पर बन रहे 5 शुभ योग (Auspicious Yoga In Makar Sankranti 2023)
मकर संक्रांति के दिन शनि, शुक्र और सूर्य के मकर राशि में गोचर से त्रिग्रही योग बनेगा। इसके साथ ही चित्रा नक्षत्र, शश योग, सुकर्मा योग, वाशी योग, सुनफा योग और बालव करण योग भी बनेंगे। ज्योतिष में इन योगों का विशेष महत्व बताया गया है। साथ ही इन योगों में यदि शुभ कार्य, दान, पुण्य, तीर्थ यात्राआदि किया जाए तो व्यक्ति को अक्षय पुण्य का फल प्राप्त होता है। साथ ही मान्यता है व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
जानिए दान- स्नान का शुभ मुहूर्त (Daan Ka Shubh Muhurat In Makar Sankranti 2023)
वैदिक पंचांग के अनुसार माघ कृष्ण पक्ष सप्तमी पर 14 जनवरी की रात को 8 बजे के आस-पास सूर्य ग्रह मकर राशि में गोचर करेंगे। इसके साथ ही मकर संक्रांतिकाल शरू होगा। आपको बता दें कि जब भी अगर सूर्य संक्रांति सूर्यास्त के बाद आती है तो पुण्यकाल दूसरे दिन होता है। ऐसे में 15 जनवरी को सूर्योदय से दोपहर 12 बजकर 44 मिनट तक दान- पुण्य करना विशेष शुभ फलदायी रहेगा।
जानिए उपाय (Remedy Of Makar Sankranti 2023)
- मकर संक्रांति के दिन 15 जनवरी को पुण्यकाल रहेगा। इस समय सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए। साथ ही 7 बार नमन करना चाहिए। ऐसा करने से सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होगा। साथ ही मान्यता है कि सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।
- इस दिन तिल से बने व्यंजनों का और तेल का दान करना चाहिए। साथ ही गायों को हरा चारा खिलाना चाहिए। वहीं जरूरतमंदों को ऊनी वस्त्रों का दान करना चाहिए। तिल का दान करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं।
- मकर संक्रांति के दिन कंबल का दान भी बहुत फलदायी माना गया है। इससे राहु दोष से मुक्ति मिलती है।