शुक्र और बुध की वृष राशि में युति से बनने वाला “लक्ष्मी-नारायण योग” इतना शुभ है कि गरीब से गरीब व्यक्ति भी इस योग से धनवान बन जाता है। ऐसे में वृष राशि के अधिकांश लोगों के लिए यह योग बहुत ही अनुकूल और शुभ रहने वाला है। वृष राशि के अलावा कुछ अन्य राशियों के भाग्य पर भी यह योग खोलेगा, जिसके बारे में आइए अब विस्तार से जानते हैं:-
अब यह बुध और शुक्र मिलकर वृष राशि में युति बनाएंगे और बहुत ही शुभ योग बनाएंगे। ज्योतिष में बुध-शुक्र की युति से बनने वाले योग को “लक्ष्मी नारायण योग” कहा जाता है। शास्त्रों में यह योग बहुत ही शुभ और फलदायी माना गया है। यह योग 18 जून से 2 जुलाई तक बनेगा, जिससे बुध और शुक्र का प्रभाव कई गुना बढ़ जाएगा। इसके प्रभाव से कई राशियों के जीवन में विशेष रूप से सकारात्मकता देखने को मिलेगी।
मेष राशि: बुध और शुक्र की मेष राशि में युति से दूसरे भाव में महालक्ष्मी योग बनेगा। काल पुरुष कुंडली में द्वितीय भाव को धन भाव कहा जाता है। धन भाव में इस योग के बनने से आर्थिक उन्नति होगी। जिससे व्यवसायियों को अधिकतम व्यवसाय में किसी स्रोत से अच्छा लाभ प्राप्त होगा। अगर कोई कर्ज था, तो उससे भी छुटकारा मिलेगा। अगर पैसा कहीं फंसा हुआ है तो उसके वापस मिलने की संभावना है। यह संयोजन आपकी वाणी में मिठास भी लाएगा।
कर्क राशि: कर्क राशि में बुध और शुक्र की युति से बनने वाला यह महालक्ष्मी योग आपकी राशि से एकादश भाव में बनेगा। कुंडली में एकादश भाव को शुभ भाव कहा जाता है। जिससे आपकी आमदनी में लगातार वृद्धि होगी। आप अपने प्रयासों से आय के नए स्रोत स्थापित करने में सक्षम होंगे। कार्यक्षेत्र में भी आपको अच्छा लाभ प्राप्त होगा। साथ ही व्यापार से जुड़े लोग अपनी सूझबूझ से किसी बड़े सौदे को अंतिम रूप देने में सफल होने वाले हैं।
सिंह राशि: सिंह राशि के दशम भाव में यह शुभ योग बनने जा रहा है। कुंडली के इस भाव से हम कार्यक्षेत्र और करियर को देखते हैं। ऐसे में इन भावों में इस योग के बनने से जातकों को कार्यक्षेत्र में अनुकूल परिणाम मिलने की संभावना रहेगी, जिससे उन्हें करियर में सफलता मिलेगी। यदि आप नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो आपको अपने प्रयासों से अपने किसी करीबी की मदद से नौकरी का नया प्रस्ताव मिलेगा। व्यवसाय से जुड़े लोग भी अच्छा मुनाफा कमा सकेंगे। कुछ नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन मिलने के भी योग बन रहे हैं।