Shapit Yog Effect: वैदिक ज्योतिष अनुसार जब भी किसी बच्चे का जन्म होता है, तो उसकी जन्मकुंडली में शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के योग विद्यमान होते हैं। इन योगों का प्रभाव उसके जीवन में देखने को मिलता है। यहां हम ऐसे ही एक अशुभ योग के बारे में बात करने जा रहे हैं। जिसका नाम है (Shapit Yog) शापित योग। ज्योतिष अनुसार जिन लोगों की कुंडली में ये योग होता है। उनको जीवन में परेशानियों का कामना करना पड़ता है। साथ ही इन लोगों को किस्मत का साथ नहीं मिलता है और इनके जीवन में दरिद्री छा जाती है। आइए जानते हैं कैसे बनता है ये योग और इसके क्या उपाय हैं…
राहु और शनि की युति से बनता है शापित योग (Saturn and Rahu Create An Inauspicious Yoga)
शापित दोष कुंडली में राहु और शनि ग्रह की युति से बनता है। यह योग अलग- अलग भावों में भिन्न- भिन्न प्रकार के फल देता है। वहीं अगर राहु और शनि कुंडली में नीच अवस्था में विराजमान हैं तो ये योग का फल अत्यधिक बुरा हो जाता है। वहीं मान्यता है कि पिछले जन्म के बुरे कर्मों के कारण यह दोष बनता है।
शापित योग का जीवन पर प्रभाव (Effect Of Shapit Yog)
वैदिक ज्योतिष अनुसार इस योग के कारण व्यक्ति को आर्थिक हानि होती है। व्यापार में उसका सफलता नहीं मिलती है। वैवाहिक जीवन में क्लेश रहती है। साथ ही अगर ये योग कुंडली के दशम भाव में बने तो व्यक्ति की कई बार नौकरी छूटती है। साथ ही अधिकारियों से मनमुटाव रहता है। वहीं अगर ये योग कुंडली के 12वें भाव में बने तो व्यक्ति को जेल भी हो सकती है।
शापित दोष के उपाय (Remedy Of Shapit Yog)
1- हर सोमवार को भगवान शिव का दूध, दही और शहद से अभिषेक करें।
2- साथ ही पक्षियों को काला और हरा दाना खिलाएं।
3-शनि और राहु ग्रह के बीज मंत्रों का जाप करें। शनि बीज मंत्र- ओम प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः, राहु बीज मंत्र- ओम् भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:
4- काले कुत्ते को घी से चुपड़ी रोटी खिलाएं।
5- प्रत्येक शनिवार शनि चालीसा का पाठ करें और शनि प्रतिमा के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं।