Sadhguru Jaggi Vasudev: सद्गुरु जग्गी वासुदेव एक मोटिवेशनल स्पीकर और योग-ध्यान के प्रचारक हैं। इन्होंने ईशा फाउंडेशन के संस्थापना की है। साथ ही सद्गुरु के देश ही नहीं विदेशों में भी लाखों की संख्या में फॉलोअर हैं। जो सद्गुरु के विचारों को पसंद करते हैं। वहीं आपको बता दें कि सद्गुरु एक वीडियो सोशल पर मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें ज्योतिष के बारे में बता रहे हैं कि ज्योतिष द्वारा भविष्य जानने से मनुष्य पर क्या प्रभाव पड़ता है।
वायरल हो रहे वीडियो में सद्गुरु जग्गी वासुदेव कहते हैं कि जो लोग भविष्यवाणी करते हैं वो लोग आपको अतीत और कल के बारे में स्पष्ट से बताते तो हैं। लेकिन वो ग्रहों की चाल से नहीं बल्कि आपको देखकर भविष्यवाणी करते हैं। वहीं सद्गुरु आगे कहते हैं भविष्यवक्ता किसी के भविष्य के बारे में बताकर उसके जीवन में सच्ची गुणवत्ता नहीं लाते और न ही सच्ची खुशहाली लाते हैं। बल्कि आप उसे अज्ञानी बना रहे हैं। वहीं अगर आपको कल जानने की इच्छा है, तो आप सिर्फ अधिक अज्ञानी, अंहकारी और मूर्ख हैं। मतलब आप सामान्य जीवन से चलिए, कल को जानना जरूरी नहीं है।
सद्गुरु ने कहा कि अगर आप कल को जानते हैं तो आप आज में भागीदारी नहीं दिखाएंगे। इसलिए आपको भविष्य नहीं जानना चाहिए। साथ ही उन्होंने आगे कहा कि भविष्य बताया जा सकता है, लेकिन सौ प्रतिशत सही नहीं बताया जा सकता है।
ज्यातिष क्या है
ज्योतिष का वर्णन वेदों में मिलता है। ज्योतिष में 12 राशियां, 9 ग्रह और 27 नक्षत्रों का वर्णन मिलता है। वहीं ज्योतिष में व्यक्ति की कुंडली में स्थित ग्रहों का विश्लेषण करके फलित किया जाता है। जिसमें सूर्य ग्रह को ग्रहों का राजा, चंद्रमा को मन का कारक, मंगल देव को ग्रहों का सेनापति और साहस-शौर्य का कारक, बुध ग्रह को ग्रहों का राजकुमार, गुरु ग्रह को वृद्धि और समृद्धि का कारक माना जाता है। वहीं शनि देव को कर्मफल दाता और आयु प्रदाता माना गया है। राहु और केतु ग्रह को छाया ग्रह माना जाता है। जिसमें शनि की साढ़ेसाती का काल व्यक्ति के ऊपर जीवन में 3 बार आता है। साथ ही व्यक्ति के जीवन में नवग्रह की महादशा जैसें- केतु 7 वर्ष, शुक्र 20 वर्ष, सूर्य 6 वर्ष, चन्द्र 10 वर्ष, मंगल 7 वर्ष, राहु 18 वर्ष, गुरु 16 वर्ष, शनि 19 वर्ष, बुध 17 वर्ष की आती है।