ज्योतिष शास्त्र में जैसे मनुष्य की जन्मकुंडली में स्थित ग्रहों का विश्लेषण करके उसके नेचर और व्यक्तित्व के बारे में पता लगाया जाता है। ऐसे ही सामुद्रिक शास्त्र में मनुष्य के शरीर पर मौजूद अंगों की बनावट के आधार पर फलित किया जाता है। आपको बता दें कि सामुद्रिक शास्त्र की रचना समुद्र ऋिषि ने की थी। इसलिए इसका नाम सामुद्रिक शास्त्र पड़ गया। यहां हम बात करने जा रहे हैं। उंगलियों के बीच गैप के बारे में। सामुद्रिक शास्त्र अनुसार जिन लोगों की उंगलियों के बीच में गैप होता है, उन लोगों को जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं…
बुढ़ापे में झेलनी पड़ सकती हैं परेशानियां:
सामुद्रिक शास्त्र अनुसार अगर किसी मनुष्य की सबसे छोटी उंगली और अनामिका (रिंग फिंगर) उंगली के बीच में अधिक गैप है तो बुढ़ापे में पैसों से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं। मतलब जुड़ा हुआ पैसा किसी बीमारी या अन्य जगहों पर बर्बाद हो सकता है। साथ ही धन कहीं डूब सकता है।
युवा अवस्था में होती है आर्थिक परेशानी:
अगर मध्यमा और अनामिका उंगली के बीच ज्यादा गैप हो तो युवा अवस्था में पैसों से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं। मतलब करियर में स्थिरता नहीं रहती। साथ ही कई बार जॉब और व्यापार बदलना पड़ता है। साथ ही आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है।
बचपन में हो सकता है कोई रोग:
सामुद्रिक शास्त्र अनुसार जिन लोगों की मध्यमा और तर्जनी (इंडेस्क फिंगर) के बीच सामान्य से अधिक गैप हो तो बचपन में आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मतलब बचपन दुखों में बीतता है। साथ ही बचपन में कोई गंभीर रोग भी हो सकता है। जिस पर धन खर्च हो सकता है।
आर्थिक स्थिति रहती है अच्छी:
जिन लोगों की हथेलियों में उंगलियों के बीच ज्यादा गैप न हो तो ये शुभ संकेत माना जाता है। ऐसे में व्यक्ति सभी सुख-सुविधाएं प्राप्त कर सकता है। साथ ही ऐसे लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत रहती है। ये लोग कम उम्र में अच्छा धन कमा लेते हैं। ये लोग समाज में अपनी अलग पहचान बनाते हैं। ये लोग मनी माइंडेड होते हैं। साथ ही इन लोगों का वैवाहिक जीवन मधुर रहता है।