Saraswati Yog and its Benefits: व्यक्ति की के हाथ में राज योग सहित कई प्रकार के शुभ योग होते हैं। वह योग व्यक्ति को धन, प्रसिद्धि और यश प्रदान करते हैं। यहां हम आपको ऐसे योग के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके प्रभाव से व्यक्ति लेखक और वक्ता होता है। साथ ही वह किसी भी विषय पर घंटों धाराप्रवाह से बोलने वाला होता है। इस योग का नाम है सरस्वती योग, जिस व्यक्ति के हाथ में यह योग बनता है, वह काव्य, संगीत और नृत्य आदि के क्षेत्र में भी पारंगत होता है। आइए जानत हैं कैसे बनता है ये योग और इसके लाभ…
जानिए हाथ में कैसे बनता है ये योग
हस्तरेखा शास्त्र अनुसार यदि कोई रेखा बृहस्पति पर्वत से शुरू होकर चंद्र पर्वत तक पहुंचती हो और कोई एक रेखा चंद्र पर्वत से प्रारंभ होकर गुरु पर्वत तक पहुंचती हो। वहीं साथ ही ये दोनों पर्वत पूर्ण रूप से विकसित भी हों तो सरस्वती योग का निर्माण होता है।
खूब मिलती है प्रसिद्धि
सरस्वती योग जिस व्यक्ति के हाथ में होता है। वह समाज में खूब प्रसिद्धि पाता है। साथ ही उस मां सरस्वती की कृपा होती है। वह संगीत और काव्य के क्षेत्र में अच्छा नाम कमाता है। साथ ही वह अपनी कला के माध्यम से देश- विदेश में खूब मान- सम्मान पाता है। साथ ही ये लोग मनी माइंडेड होते हैं। ये लोग कई सोर्स से पैसे कमाते हैं और अकूत धन संपत्ति के मालिक होते हैं। ये लोग जीवन में खूब सुख और वैभव भोगते हैं।
बनते हैं लेखक और साहित्यकार
यह योग व्यक्ति को लेखक और साहित्यकार भी बनाता है। इस कला के कारण यह समाज में अपनी अलग पहचान बनाते हैं। इन लोगों को समय- समय पर अवार्ड भी मिलते हैं। ये लोग अपनी वाणी से सामने वाले को प्रभावित कर लेते हैं। वहीं ऐसा व्यक्ति भावुक और सहज होता है। साथ ही गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करने वाला होता है।
हस्तरेखा शास्त्र अनुसार यदि सरस्वती योग बनाने वाली रेखाएं कटी-फटी हो तो ऐसा व्यक्ति अपनी वाणी के कारण अपमानजनक परिस्थितियों का सामना करता है। साथ ही वह नास्तिक भी होता है और उसका भगवान में विश्वास कम ही होता है।