सितंबर महीने में हैं कई व्रत और त्योहार, जानें कब है जीवित्पुत्रिका व्रत, विश्वकर्मा पूजा और सर्वपितृ अमावस्या
September 2020 Festivals: 10 सितंबर, बृहस्पतिवार को जीवित्पुत्रिका व्रत है। यह व्रत मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में मनाया जाता है।

September 2020 Festivals: ग्रेगोरियन कैलेंडर के मुताबिक सितंबर महीने में कई व्रत और त्योहार आएंगे। हिन्दू पंचांग के अनुसार 2 सितंबर, बुधवार को भाद्रपद माह समाप्त हो रहा है। इसी के साथ 3 सितंबर, बृहस्पतिवार से आश्विन मास की शुरुआत हो रही है। हिंदू धर्म में आश्विन मास को परम पवित्र माना जाता हैं। कहते हैं कि इसलिए ही पितृ देवताओं ने भी साल में एक बार तर्पण लेने के लिए इसी माह को चुना। इस महीने में और भी कई व्रत-त्योहार आते हैं। जानिये कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष में आने वाले इस महीने के सभी व्रत और त्योहार –
सितंबर माह के त्योहार (Festivals and Fastings in September 2020):
2 सितंबर, बुधवार – पितृपक्ष आरम्भ
5 सितंबर, शनिवार – विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी
10 सितंबर, बृहस्पतिवार – जीवित्पुत्रिका व्रत/ महालक्ष्मी व्रत पूर्ण
13 सितंबर, रविवार – इन्दिरा एकादशी
15 सितंबर, मंगलवार – प्रदोष व्रत
16 सितंबर, बुधवार – विश्वकर्मा पूजा
17 सितंबर, बृहस्पतिवार – सर्वपितृ अमावस्या
27 सितंबर, रविवार – पद्मिनी एकादशी
29 सितंबर, मंगलवार – अधिक प्रदोष व्रत
2 सितंबर, मंगलवार से पितृपक्ष शुरू हो रहा है। यह 15 दिन तक चलेगा। इस दौरान पितरों के लिए तर्पण किया जाता है।
5 सितंबर, शनिवार को विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है। संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी के लिए व्रत किया जाता है।
10 सितंबर, बृहस्पतिवार को जीवित्पुत्रिका व्रत है। यह व्रत मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में मनाया जाता है। इसके साथ ही इस दिन महालक्ष्मी व्रत भी पूर्ण हो रहा है। देवी लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए इस दिन व्रत किया जाता है।
13 सितंबर, रविवार को इंदिरा एकादशी व्रत है। यह व्रत भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस दिन उनके विभिन्न अवतारों की पूजा की जाती है।
15 सितंबर, मंगलवार को प्रदोष व्रत है। इस दिन भगवान शिव की उपासना की जाती है। शिव भक्त यह व्रत करते हैं।
16 सितंबर, बुधवार को विश्वकर्मा पूजा मनाई जाएगी। इस दिन भगवान विश्वकर्मा की पूजा की जाती है। साथ ही मशीनों और औजारों आदि की भी पूजा की जाती है।
17 सितंबर, बृहस्पतिवार को सर्वपितृ अमावस्या है। यह पितृपक्ष का आखिरी दिन होता है। इस दिन भूले बिसरे पितरों के लिए तर्पण किया जाना चाहिए।
27 सितंबर, रविवार को पद्मिनी एकादशी है। यह भगवान विष्णु की आराधना का दिन है। इस दिन वैष्णव व्रत रखते हैं। इसके अलावा रात्रि जागरण भी किया जाता है।
29 सितंबर, मंगलवार को अधिक प्रदोष व्रत है। अधिक मास लगने की वजह से अधिक प्रदोष व्रत किया जाएगा। इस दिन भगवान शंकर की पूजा की जाती है।