Shukra Zodiac Sign: वैदिक ज्योतिष में शुक्र को एक शुभ ग्रह माना गया है। इसके प्रभाव से व्यक्ति को भौतिक, शारीरिक और वैवाहिक सुखों की प्राप्ति होती है। जीवन में धन-दौलत, शौहरत शुक्र के प्रभाव से ही मिलता है। ये वृषभ और तुला राशि का स्वामी ग्रह है। इसलिए इन दोनों राशियों के लोगों पर शुक्र की विशेष कृपा रहती है। इन राशियों के लोगों को जीवन में सभी भौतिक सुख प्राप्त होते हैं। इनके पास धन-धान्य की कोई कमी नहीं रहती।
23 मई की शाम को मेष राशि में शुक्र हुआ था गोचर
मेष राशि में 23 मई को की शाम 8:39 बजे शुक्र प्रवेश गोचर कर चुके हैं। ज्योतिषीय गणनाओं के मुताबिक 18 जून, 2022 की सुबह 8:28 बजे तक यानि कि वृषभ राशि में गोचर करने तक शुक्र मेष राशि में विराजमान रहेगा। इस दौरान सभी 12 राशियों पर शुक्र का प्रभाव देखने को मिलेगा। कुछ जातकों पर शुभ तो कुछ एक पर अशुभ प्रभाव भी देखने को मिल सकते हैं।
वृषभ राशि (Vrishabha Rashi) पर शुक्र का है विशेष प्रभाव
वृषभ राशि वालों की बात करें तो इस राशि के जातक काफी व्यवहारिक होते हैं। जिस कारण आपको कारोबार में अच्छी सफलता मिलने के आसार रहते हैं। आप जिस काम को करने की ठान लेते हैं उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। आपके अंदर एक गजब का आकर्षण होता है जिससे दूसरे आपकी तरफ काफी जल्दी आकर्षित हो जाते हैं। आप दूसरे लोगों के द्वारा किए गए कार्यों की जमकर सराहना करते हैं। आप जिस क्षेत्र में सच्चे मन से काम करते हैं वहां सफलता हासिल कर लेते हैं। आपके जीवन में सुख सुविधाओं की कभी कमी नहीं होती।
तुला राशि (Tula Rashi) के लिए शुक्र ग्रह है शुभ फलदायी
तुला राशि के लोग काफी सामाजिक, खुश मिजाज और आकर्षक व्यक्तित्व के होते हैं। ये अपने व्यवहार से हर किसी का दिल जीत लेते हैं। इन्हें महंगी-महंगी चीजों का शौक होता है। इनके अंदर सही समय पर सही निर्णय लेने की अच्छी क्षमता होती है। ये जल्दी हार नहीं मानतें। ये चुनौतियों का सामना करते हुए सफलता हासिल करते हैं। इनके जीवन में धन की कभी कमी नहीं रहती। पैसों के मामले में ये काफी लकी माने जाते हैं।
ज्योतिष में शुक्र ग्रह: शुक्र मीन राशि में उच्च के होते हैं तो कन्या इनकी नीच राशि कहलाती है। 27 नक्षत्रों में इन्हें भरणी, पूर्वा फाल्गुनी और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्रों का स्वामित्व प्राप्त है। बुध और शनि शुक्र के मित्र ग्रह हैं और सूर्य और चंद्रमा शत्रु ग्रह माने जाते हैं। शुक्र के गोचर काल की अवधि 23 दिनों की होती है। अगर कुंडली में शुक्र मजबूत होता है तो व्यक्ति जीवन में भौतिक सुखों का आनंद लेता है। ऐसे लोगों का वैवाहिक जीवन सुखी रहता है।