26 May 2022 Panchang in Hindi: पंचांग 5 अंगों से मिलकर बना होता है। जो हैं तिथि, वार, करण, योग और तिथि। इन सबके समावेश से ही किसी शुभ मुहूर्त की गणना की जाती है। आज ज्येष्ठ माह कृष्ण पक्ष की एकादशी है। रेवती नक्षत्र है। आज लोग एकादशी का व्रत रखकर भगवान विष्णु जी की पूजा करते हैं। शास्त्रों में इस एकादशी को अपरा एकादशी कहा गया है।
Aaj Ka Panchang 26 May 2022 (आज 26 मई का पंचांग):
विक्रम संवत – 2079, राक्षस
शक सम्वत – 1944, शुभकृत्
पूर्णिमांत – ज्येष्ठ
अमांत – वैशाख
सूर्योदय- 05:25:23
सूर्यास्त- 19:10:58
चन्द्रोदय- 27:25:00
चन्द्रास्त- 15:31:00
Aaj ki Tithi 26 May 2022 (आज 26 मई की तिथि):
तिथि एकादशी: 10:55:48 तक, उसके बाद द्वादशी
नक्षत्र रेवती: 23:38:48 तक
बालव – 10:55:48 तक, कौलव – 23:18:50 तक
पक्ष: कृष्ण
वार: गुरुवार
Aaj ka Shubh Muhurat Samay 26 May 2022 (आज 26 मई शुभ मुहूर्त का समय):
शुभ मुहूर्त/अशुभ मुहूर्त 26 May 2022 Panchang: हिंदू धर्म में किसी भी धार्मिक और मांगलिक कार्य से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है। ज्योतिष के अनुसार कुल मिलाकर 30 मुहूर्त होते हैं जिसमें से 15 शुभ मुहूर्त और 15 अशुभ मुहूर्त माने जाते हैं जोकि सुबह 6:00 बजे से शुरू हो जाते हैं औऱ शुभ मुहूर्त में श्वेत, मित्र, सारभट, सावित्र, वैराज, विश्वावसु, अभिजीत, रोहिण, बल, विजय, नैरऋत, वरुण सौम्य और भग यह आते हैं।
अभिजीत मुहूर्त : 10:50:39 से 12:45:42
विजय मुहूर्त: 14:36:00 से 15:31:00 तक
सर्वार्थ सिद्धि योग- पूरे दिन
व्रत: अचला एकादशी
Aaj ka Ashubh Muhurat Samay 26 May 2022 (आज 26 मई अशुभ मुहूर्त का समय) :
दुष्टमुहूर्त: 10:00:35 से 10:56:37 तक, 15:31:49 से 16:26:51 तक
कुलिक: 10:00:35 से 10:56:37 तक
कंटक: 15:31:49 से 16:26:51 तक
राहु काल: 14:02:22 से 15:45:34 तक
कालवेला / अर्द्धयाम: 17:21:54 से 18:16:56 तक
यमघण्ट: 06:21:25 से 07:16:27 तक
यमगण्ड: 05:26:23 से 07:09:35 तक
गुलिक काल: 08:52:47 से 10:35:59 तक
दिशाशूल: गुरुवार को दक्षिण दिशा में दिशा शूल माना जाता है, लिहाजा गुरुवार को दक्षिण में यात्रा न करें। वहीं अगर मजबूरी में यात्रा करनी पड़ जाए तो गुरुवार को दही खाकर यात्रा करें।
एकादशी शुभ मुहूर्त: ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि बुधवार, 25 मई को सुबह 10 बजकर 31 मिनट से शुरू होकर गुरुवार, 26 मई को सुबह करीब 10 बजकर 55 मिनट तक रहेगी। एकादशी की उदया तिथि 26 मई को है इसलिए यह व्रत इसी तारीख को रखा जाएगा। विष्णु पुराण के अनुसार इस एकादशी पर व्रत रखने से भक्तों को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है और सभी पापों से मुक्ति मिलती है।
आज का विशेष उपाय: आज का दिन गुरु बृहस्पति और विष्णु भगवान को समर्पित है। इसलिए आज भगवान विष्णु की पूजा- अर्चना करें। साथ ही गाय को केले और सूखी हल्दी लगी आटे की लोई भी खिलाएं।