Gujarat Youth Congress President resigs: राहुल गांधी के गुजरात दौरे से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। गुजरात यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष विश्वनाथ सिंह वाघेला ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। जिसके बाद कांग्रेस ने वाघेला के इस्तीफे के बाद हरपाल सिंह चुड़ासमा को गुजरात यूथ कांग्रेस का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है।
विश्वनाथ वाघेला ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर को पत्र लिखकर अपना इस्तीफा दिया है। वाघेला ने अपने इस्तीफे में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। वाघेला ने इस्तीफा देते हुए कहा कि कांग्रेस में गांधी परिवार की पूजा होती है। हर ओर सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की तस्वीर लगी रहती है। कांग्रेस अपनी विचारधारा से भटक गई है। पार्टी में गुटबाजी हावी है और इसमें युवाओं का कोई भविष्य नहीं है।
कांग्रेस की आंतरिक गुटबाजी का असर: पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए वाघेला ने एक पत्र भी लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा कि 2016 और 2021 में हुए यूथ कांग्रेस चुनाव के लिए उन्होंने 1 करोड़ 70 लाख रुपये पार्टी को इकट्ठा कर के दिए थे, जिसके बाद उन्हें ये सभी पद दिए गए। गौरतलब है कि विश्वनाथ वाघेला को जनवरी 2022 में यह पद दिया गया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की आंतरिक गुटबाजी के चलते कई बार कार्यकर्ताओं के मनोबल पर भी असर होता है।
वाघेला ने कहा कि उन्हें अब एहसास हो गया है कि जो स्वतंत्रता सेनानी उनके आदर्श थे, उनका वर्तमान कांग्रेस पार्टी सम्मान नहीं कर रही है, न ही उनकी तस्वीरें पार्टी कार्यालय की दीवारों पर हैं। उन्होंने कहा कि यह वह कांग्रेस नहीं है जिसने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी।
5 सितंबर को राहुल गांधी का गुजरात दौरा: गौरतलब है कि गुजरात चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए राहुल गांधी सोमवार (5 सितंबर) को गुजरात दौरे पर जाएंगे, जहां वो राज्य के नेताओं के साथ मुलाकात करेंगे और आगामी चुनाव के लिए रणनीति बनाएंगे। 5 सितंबर को ही राहुल गांधी साबरमती रिवरफ्रंट पर ‘परिवर्तन संकल्प’ सम्मेलन को संबोधित करेंगे जिसमें बूथ स्तर के कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के पार्टी से इस्तीफे के बाद बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। 2 सितंबर को कांग्रेस नेता राजिंदर प्रसाद ने सभी पदों और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। प्रसाद ने पार्टी की बुरी हालत के लिए गुटबाजी को जिम्मेदार ठहराया। वहीं, गुलाम नबी आजाद ने जम्मू-कश्मीर में नई पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया है।