युवक ने खुद की जान गंवा कर नौ लोगों की जान बचाई
गुरुवार रात 11 बजे जब फर्नीचर के कबाड़ की दुकान में आग लगी तब ऊपर के कमरों में अधिकतर लोग सोए हुए थे। मालवाहक टेम्पो चालक रोहित घटना से कुछ देर पहले ही घर लौटा था।

कीर्ति नगर कमला नेहरू कैंप के कबाड़ की दुकान में लगी आग में तीन लोगों की जान चली गई। लेकिन इसमें जिस तीसरे व्यक्ति ने अपनी जान गंवाई है वह लोगों को बचाते-बचाते अपनी जान गंवा बैठा। लोगों को बचाते समय जब वह खुद आग की चपेट में आ गया तो बिल्डिंग से छलांग लगा दी और नाले में गिरने से उसकी मौत हो गई। जिस 19 वर्षीय रोहित ने अपनी जान देकर नौ लोगों की जान बचाई उसके साहस की चर्चा शुक्रवार सुबह घटनास्थल पर होती रही।
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार रात 11 बजे जब फर्नीचर के कबाड़ की दुकान में आग लगी तब दुकान के ऊपर के कमरों में अधिकतर लोग सोए हुए थे। मालवाहक टेम्पो चालक रोहित घटना से कुछ देर पहले ही घर लौटे थे। आग की लपटे उठने लगी तो रोहित ने नीचे झांका जहां दुकान में आग लगी हुई थी। रोहित ने तुरंत सभी को जगाया और उन्हें सीढ़ियों की ओर ले जाने लगा लेकिन लोहे की सीढ़ी भी आग की चपेट में आ चुकी थी।
आग की लपटों में घिरे लोगों को जब नीचे उतरने का रास्ता नहीं मिला तो रोहित ने पड़ोसियों के साथ मिलकर एक कमरे की दीवार तोड़ दी। इसके बाद रोहित ने एक-एक कर नौ लोगों को छत से नीचे कूदा दिया, जिन्हें नीचे खड़े लोग पकड़ रहे थे। इस बीच आग की लपटें बढ़ने के चलते लोहे के गार्डर पर बनी छत भरभराकर गिरने लगी। यह देख रोहित ने अपनी जान बचाने के लिए मकान के पीछे की तरफ छत से छलांग लगा दी।
रोहित नाले में जा गिरा, जिससे सिर में चोट लग गई और वह बेसुध होकर वहीं पड़ा रहा। शुक्रवार सुबह जब रोहित को नाले में देखा गया, तब तक वह दम तोड़ चुका था।
कंपनी के गोदाम में भी आग लगी
एक अन्य घटना में रोहिणी स्थित एक पांच मंजिला गोदाम में शुक्रवार सुबह आग लग गई। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने छह लोगों को सकुशल बचा लिया। हालांकि, इस घटना में एक महिला और दमकलकर्मी को मामूली चोट आई है। दमकल विभाग को शुक्रवार सुबह पांच बजे गोदाम में आग लगने की सूचना मिली थी। आग पर काबू पा लिया गया है।