देश में पहला केस: पहेली बनी कोरोना मरीज महिला, इलाज के बावजूद पांच महीने से पॉजिटिव आ रही कोरोना रिपोर्ट
राजस्थान के भरतपुर में एक आश्रम में रहने वाली शारदा की 32वीं रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अब उसे इलाज के लिए जयपुर भेजने की तैयारी है।

राजस्थान के भरतपुर में कोरोनावायरस का एक अजीब चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां के एक आश्रम में रहने वाली महिला- शारदा की कोरोना रिपोर्ट पिछले पांच महीनों से पॉजिटिव आ रही है। बुधवार को जब 32वीं बार उसका टेस्ट किया गया, तब भी उसे संक्रमित पाया गया। विशेषज्ञों के मुताबिक, आमतौर पर कोरोनावायरस का असर 28 दिन से ज्यादा का नहीं होता और इसके बाद शरीर में सिर्फ डेड वायरस ही मिलता है। हालांकि, भरतपुर की इस महिला से अब उसकी एक साथी के संक्रमित होने की खबरों के बाद स्वास्थ्य विभाग के लोगों में डर फैला है।
वैज्ञानिक आधार पर पहले सीएमएचओ डॉक्टर कप्तान सिंह ने भी दावा किया था कि शारदा डेड वायरस से ग्रस्त हैं और बार-बार टेस्ट में इसी डेड वायरस की वजह से उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही थी। उन्होंने कहा था कि शारदा से किसी को कोई खतरा नहीं है। हालांकि, अब शारदा के साथ रहने वाली महिला सुनीता के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग चौकन्ना हो गया है।
जिस आश्रम में दोनों रहती हैं, वहां आशंका जताई जा रही है कि सुनीता को शारदा से ही कोरोना हुआ है, क्योंकि 7 जनवरी को सुनीता की रिपोर्ट निगेटिव थी। उसके बाद से सिर्फ यही दोनों महिलाएं आइसोलेशन वॉर्ड में रखी गई थीं। हालांकि, सीएमएचओ का कहना है कि मीडिया में खबरें हैं कि शारदा को दो कमरों वाले आइसोलेशन वॉर्ड में रखा गया है और उसे किसी से मिलने-जुलने की इजाजत नहीं है। वैसे भी कोरोना की लाइफ साइकिल 28 दिन से ज्यादा नहीं होती। इसके बाद वायरस डेड हो जाता है। सीएमएचओ ने कहा कि सुनीता के संक्रमित होने की वजह शारदा नहीं हैं।
पहली बार 4 सितंबर को पॉजिटिव आई थी शारदा की कोरोना रिपोर्ट: अपना घर आश्रम के डायरेक्टर डॉ. बीएम भारद्वाज ने बताया कि शारदा देवी को ससुराल वालों ने भी घर से निकाल दिया था, इसके बाद से ही वह आश्रम में रह रही है। उसके माता-पिता का भी निधन हो चुका है। उसकी पहली कोरोना जांच रिपोर्ट 4 सितंबर को आई थी। इसमें शारदा कोविड-19 पॉजिटिव पाई गई थी। उसके बाद पांच महीनों में महिला की 32 बार जांच करवाई गई है, फिर भी उसकी सभी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ रही है जो एक चिंता का विषय है।
जयपुर रेफर करने की तैयारी: लगातार पांच महीनों से शारदा के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद चिकित्सक भी आश्चर्यचकित हैं। बताया गया है कि महिला को ठीक करने के लिए अब तक उसे 45 लीटर काढ़ा और 250 ग्राम दवाएं दी जा चुकी हैं, लेकिन इसके बावजूद रिपोर्ट निगेटिव नहीं आई है। अब चिकित्सक महिला को जयपुर भेजने की तैयारी कर रहे हैं, जिससे उसको वहां बेहतर इलाज मिल सके। इस बीमारी के चलते महिला का वजन भी बढ़ रहा है।