महाराष्ट्र में नवनीत राणा की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है। शिवसेना नेता संजय राउत ने नवनीत राणा पर गंभीर आरोप लगाये हैं और उनके डी-गैंग से भी सम्बन्ध होने का आरोप लगाया है। संजय राउत ने नवनीत राणा पर आरोप लगाया है कि उन्होंने दाऊद के करीबी से 80 लाख रुपये का लोन लिया था और प्रवर्तन निदेशालय से पूछा कि क्या उन्होंने इस मामले की जांच की है?
यूसुफ लकड़ावाला से लिया लोन: संजय राउत ने नवनीत राणा पर आरोप लगाया कि उन्होंने दाऊद के करीबी यूसुफ लकड़ावाला से 80 लाख रुपये का लोन लिया था। संजय राउत ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “नवनीत राणा ने युसुफ लकड़ावाला से 80 लाख रुपए का लोन लिया था,जिनकी जेल में मौत हो गई थी।उसी लकड़ावाला को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था व उसके डी गैंग से संबंध भी थे। मेरा सवाल- क्या ईडी ने इसकी जांच की? ये राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है।”
फर्जी जाती प्रमाणपत्र: वहीं संजय राउत ने दावा किया है कि नवनीत राणा ने फर्जी जाति प्रमाणपत्र बनवाया है और वो एससी नहीं हैं। संजय राउत ने इसको लेकर एक डॉक्यूमेंट की फोटो भी ट्विटर पर शेयर की है। नवनीत राणा अमरावती लोकसभा सीट से सांसद हैं और 2019 में उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी। बॉम्बे हाईकोर्ट में उनकी जाति प्रमाणपत्र को लेकर एक याचिका दायर की गई और बताया गया कि वो एससी समुदाय से नहीं हैं।
बॉम्बे हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा गया कि, “नवनीत कौर राणा पंजाब से आतीं हैं और वो लबाना जाति से सम्बन्ध रखती हैं। लबाना जाति पंजाब में एससी कैटेगरी में नहीं आती है। स्कूल के ट्रान्सफर सर्टिफिकेट के आधार पर नवनीत राणा ने फर्जी कास्ट सर्टिफिकेट बनवाई है जो अवैध है।
बता दें कि नवनीत राणा ने बतौर कन्नड़ अभिनेत्री अपने कैरियर की शुरूवात की थी। बाद में उन्होंने तेलुगू फिल्म में भी काम किया। 2011 में उन्होंने बडनेरा से निर्दलीय विधायक रवि राणा से शादी की और वो भी राजनीति में आईं। 2014 के लोकसभा चुनाव में नवनीत राणा ने एनसीपी के टिकट पर अमरावती से चुनाव लड़ा लेकिन हार गईं। फिर 2019 में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत हासिल की। उन्हें कांग्रेस और एनसीपी ने समर्थन भी किया था।