West Bengal: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो बंगाल पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रियंक कानूनगो ने दावा किया कि जब वो नाबालिग लड़की की कथित हत्या की जांच के लिए कोलकाता के तिलजला पुलिस स्टेशन पहुंचे तो एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने उनके साथ मारपीट की। हालांकि कोलकाता पुलिस ने एनसीपीसीआर अध्यक्ष के आरोपों का खंडन किया और कहा कि अधिकारियों ने उनके साथ सहयोग किया था, और यह एनसीपीसीआर प्रमुख थे, जिन्होंने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। NCPCR के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने आगे दावा किया कि जिन पुलिस कर्मियों के खिलाफ जांच की गई थी, वे जांच की कार्यवाही रिकॉर्ड कर रहे थे और थाना प्रभारी ने उनके साथ मारपीट की है।
प्रियंक कानूनगो ने ANI को बताया कि कल मुझे POCSO और हत्या के मामले की जांच के दौरान तिलजला पुलिस स्टेशन में पीटा गया था। जिन पुलिस कर्मियों के खिलाफ जांच की गई थी, वे इसे रिकॉर्ड कर रहे थे। इसका विरोध करने पर थाना प्रभारी ने मेरे साथ मारपीट की। हम अपने बच्चों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं।
कानूनगो ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘पश्चिम बंगाल के तिलजिला थाने में बंगाल पुलिस के अफ़सर बिस्वाक मुखर्जी ने मेरे साथ छीना छपटी व मारपीट की है। पुलिस के लोग NCPCR की जांच कार्यवाही की चोरी छिपे रिकॉर्डिंग कर रहे थे। विरोध करने पर मेरे साथ मारपीट की है।’
प्रियंका कानूनगो शनिवार (1 अप्रैल, 2023) को एक ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मैं आज मालदा पहुंच गया हूं, स्कूल के भीतर बलात्कार का शिकार बनी मासूम बच्ची से मिलूंगा उसे न्याय मिले यह सुनिश्चित करने के लिए मामले की जांच भी करूंगा।’ उन्होंने आगे लिखा कि कल ममता बनर्जी की सरकार की पुलिस ने मुझ पर हमला किया, परंतु मैं गुंडागर्दी और धमकियों से डरकर रुकूंगा नहीं।
इस बीच, पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग (WBCPCR) की प्रमुख सुदेशना रॉय ने दावा किया कि कानूनगो ने उनका और उनके सहयोगियों का अपमान किया और वह इस संबंध में पुलिस शिकायत दर्ज करने पर विचार कर रहीं। उन्होंने पीटीआई कहा, ”एनसीपीसीआर की टीम हमें बिना बताए वहां गई। जब मैं मौके पर पहुंची तो उन्होंनेकानूनगो) बेहद अपमानजनक लहजे में बोलना शुरू कर दिया।
रॉय ने गुरुवार को एनसीपीसीआर को पत्र लिखकर कहा था कि कोलकाता में एक लड़की की हत्या और मालदा में एक अन्य नाबालिग के बलात्कार को लेकर पश्चिम बंगाल की उनकी यात्रा जरूरी नहीं थी। इस हफ्ते की शुरुआत में तिलजला में एक पड़ोसी ने सात साल की एक बच्ची की हत्या कर दी थी, जबकि मालदा में एक सरकारी संस्थान के अंदर कक्षा छह की एक बच्ची के साथ स्कूल के समय कथित तौर पर बलात्कार किया गया था।