अस्पताल के गार्ड ने बुजुर्ग महिला को लात-जूतों से पीटा, सीसीटीवी में कैद हुई वारदात, वीडियो वायरल होने पर गिरफ्तार
एसआरएन अस्पताल में ट्रामा सेंटर के गैलरी में मानसिक रुप से विक्षिप्त एक महिला वहां बैठी हुई थी। जिसके बाद वहां निजी सिक्योरिटी एजेंसी का गार्ड संजय मिश्रा पहुंचा। उसने महिला को वहां से जाने के लिए कहा। जब महिला वहां से नहीं गई तो वह हिंसक हो गया और उसने उससे मारपीट करनी शुरू कर दी।

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मानवता को शर्मसार करने वाला एक वीडियो सामने आया है। यहां एक अस्पताल में मानसिक रुप से विक्षिप्त महिला को गार्ड ने लात-जूतों से पीटा। महिला रोती चिल्लाती रही लेकिन गार्ड ने एक ना सुनी और वह उसे लगातार मारता रहा। यह घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद आरोपी गार्ड को गिरफ्तार किया गया है।
क्या है मामला: घटना बीते गुरुवार रात की है। एसआरएन अस्पताल में ट्रामा सेंटर के गैलरी में मानसिक रुप से विक्षिप्त एक महिला वहां बैठी हुई थी। जिसके बाद वहां निजी सिक्योरिटी एजेंसी का गार्ड संजय मिश्रा पहुंचा। उसने महिला को वहां से जाने के लिए कहा। जब महिला वहां से नहीं गई तो वह हिंसक हो गया और उसने उससे मारपीट करनी शुरू कर दी। महिला चिखती चिल्लाती रही लेकिन गार्ड ने उस पर रहम नहीं किया। घटना के दौरान वहां मौजूद कुछ लोगों ने उसका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। हालांकि उसे बचाने वहां कोई नहीं गया।
यूपी के प्रयागराज जिले से इंसानियत को शर्मसार करने वाला वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक गार्ड बुजुर्ग महिला को बेरहमी से लातों-लात पीटता दिखाई दे रहा है। पीड़ित बुज़ुर्ग महिला इलाज कराने SRN हॉस्पिटल पहुंची थी तभी उसके साथ हॉस्पिटल परिसर में ही ये अमानवीय कृत्य किया गया। @Uppolice pic.twitter.com/7dMTDOR66K
— Abhay Singh Rathore (@Abhay_journo) August 7, 2020
मामला सामने आने के बाद डीएम ने एसडीएम सदर को और एसएसपी ने इंस्पेक्टर कोतवाली को मौके पर जांच के लिए भेजा। डीएम प्रयागराज भानु चंद्र गोस्वामी ने सिक्योरिटी गार्ड के खिलाफ शहर कोतवाली में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। एसडीएम सदर ने जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी है।
इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स उबल पड़े हैं। एक यूजर ने लिखा है, कारण कितना बड़ा हो पर किसी भी बुजुर्ग महिला को अंग्रेजों की तरह पैर और बूट से ठोकर मारना निहायत क्रूरता पूर्ण कार्य है। मानवीय संवेदनाएं इलाहाबाद जैसे शहर में इतनी बेरहम ? सहसा विश्वास करना मुश्किल। दोषी को कड़ा दण्ड मिलना चाहिए।