राजस्थान: वसुंधरा के धुर विरोधी बने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष, राजेंद्र राठौड़ को BJP ने बनाया उप नेता
'हमारा प्रतिपक्ष रचनात्मक होगा। जिन मसलों पर सत्ता पक्ष राजस्थान के विकास के लिए हमसे सहयोग मांगेगा और जिसमें राजस्थान का हित होगा, निश्चित तौर पर हम पुरानी परंपराओं को तोड़कर सत्ता पक्ष के साथ मिलकर खड़े होंगे।'

राजस्थान विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा में विपक्ष की कमान पार्टी के दिग्गज नेता गुलाबचंद कटारिया को सौंप दी है। वहीं राजेंद्र राठौड़ को उपनेता का पद दिया गया है। नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के बाद कटारिया ने कहा कि वे जनता से जुड़ी हर समस्या को विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं की मदद से सदन और जनता के मैदान में उठाएंगे।
रचनात्मक होगा विपक्ष- राठौड़ः विपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा, ‘हमारा प्रतिपक्ष रचनात्मक होगा। जिन मसलों पर सत्ता पक्ष राजस्थान के विकास के लिए हमसे सहयोग मांगेगा और जिसमें राजस्थान का हित होगा, निश्चित तौर पर हम पुरानी परंपराओं को तोड़कर सत्ता पक्ष के साथ मिलकर खड़े होंगे।’ उन्होंने कहा कि विधानसभा से लेकर सड़कों तक हम सरकार को मजबूर करेंगे कि जिन घोषणाओं के आधार पर वह सत्ता में आई है। उसे पूरा करे।
वसुंधरा के लिए झटका है कटारिया का चयन?: कभी राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कट्टर प्रतिद्वंद्वी रहे कटारिया का आगे बढ़ना उनके लिए झटका माना जा रहा है। हालांकि औपचारिक तौर पर इस नाम का प्रस्ताव उन्हीं ने रखा था। उधर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और विधायक दल की बैठक के पर्यवेक्षक अरुण सिंह ने कहा कि भाजपा के लिए हार और जीत का सेहरा सामूहिक होता है और हार-जीत किसी एक व्यक्ति की नहीं होती है। वसुंधरा को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उनकी लोकप्रियता पूरे देश में है। वे प्रचार के जरिये पार्टी को मजबूत करेंगी।