अयोध्या एयरपोर्ट का बदला नाम, अब तुलसीदास और वाल्मिक आश्रम का कायाकल्प करेगी योगी सरकार; ये है योजना
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के ऐलान के मुताबिक, पर्यटन और संस्कृति विभाग बुंदेलखंड में आने वाले चित्रकूट जिले की राजापुर तहसील और लालपुर में विकास कार्यों की शुरुआत करेगा।

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू होने के साथ ही जिले को पूरी तरह पर्यटन केंद्र में बदलने की कोशिशों में जुट गई है। यहां एक शानदार एयरपोर्ट से लेकर वैश्विक स्तर का रेलवे स्टेशन और अंतरराज्यीय बस अड्डा बनाने तक की कवायद जारी है। इस बीच योगी सरकार ने निर्माणाधीन अयोध्या एयरपोर्ट का नाम बदलने का फैसला किया है। ताजा फैसले के मुताबिक, नया नाम- मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट, अयोध्या होगा।
दूसरी तरफ सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को ऐलान किया है कि यूपी में संत तुलसीदास और संत वाल्मिकी से जुड़े स्थलों को सबसे पहले विकसित करने का काम किया जाएगा। इसके तहत पर्यटन और संस्कृति विभाग बुंदेलखंड में आने वाले चित्रकूट जिले की राजापुर तहसील और लालपुर में विकास कार्यों की शुरुआत करेगा। बता दें कि राजापुर रामचरित मानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास से जुड़ा है, जबकि लालापुर संस्कृत में लिखी रामायण के रचनाकार महर्षि वाल्मिकी से जुड़ा है।
बताया गया है कि 5 सितंबर को चित्रकूट संभाग की समीक्षा के दौरान सीएम ने अधिकारियों को राजापुर और लालापुर सड़क लिंक योजना पर काम करने के लिए कहा था। वहीं, 31 अक्टूबर को वाल्मिकी जयंती पर आदित्यनाथ ने लालापुर में वाल्मिकी आश्रम का दौरा किया था और इसे टूरिस्ट स्पॉट के तौर पर विकसित करने का आदेश दिया था। यहां पर रोपवे के साथ लाइट और साउंड सिस्टम लगाने का आदेश जारी किया गया था।
इससे पहले यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्विटर के जरिए एयरपोर्ट का नाम बदलने का ऐलान करते हुए कहा, “कैबिनेट में अयोध्या स्थित एयरपोर्ट का नाम मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जी के नाम पर किए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। आपकी प्रदेश सरकार श्रीराम लला की नगरी अयोध्या को विश्व के धार्मिक स्थलों में अग्रणी स्थान दिलाने के लिए संकल्पित है।”
बता दें कि अयोध्या में भव्य एयरपोर्ट के निर्माण का ऐलान योगी सरकार ने नवंबर 2018 में दिवाली के मौके पर रखे गए ‘दीपोत्सव’ कार्यक्रम के दौरान किया था। इस एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों तरह के यात्रियों के लिए तैयार किया जा रहा है। इसे अंतरराष्ट्रीय दर्जा हासिल होगा और इसके पूरे होने की तारीख फिलहाल दिसंबर 2021 रखी गई है।