विधानसभा परिषद में संजय निषाद ने बड़ा बयान दिया है। जहां एक तरफ उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की, तो वहीं उन्होंने समाजवादी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए। विधान परिषद में वे फूट-फूट कर रोए और कहा कि योगी आदित्यनाथ ने मेरी सुध ली।
संजय निषाद ने भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन में उत्तर प्रदेश चुनाव लड़े और यूपी मंत्रिमंडल में शामिल हुए। विधानपरिषद में उन्होंने समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें बेवजह जेल में रखा गया।
आइए जानते हैं कौन हैं संजय निषाद
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद ने इलेक्ट्रो होम्योपैथी को मान्यता दिलाने से लेकर निषाद वंशीय को अनुसूचित जाति में शामिल कराने तक लंबी लड़ाई लड़ी है। करीब दो दशक पहले उन्होंने पूर्वांचल मेडिकल इलेक्ट्रो होम्योपैथी एसोसिएशन का गठन किया और इस विधा को मान्यता दिलाने के लिए संघर्ष शुरू किया। इसी बीच उन्होंने राजनीति में किस्मत आजमाई और विधानसभा चुनाव लड़ा।
इसके बाद, उन्होंने अपनी जाति को संगठित कर उसके हक की लड़ाई शुरू की। इतना ही नहीं उन्होंने निषादों की विभिन्न उपजातियों को एकत्र करने के लिए राष्ट्रीय निषाद एकता परिषद बनाया। उनका तर्क था कि निषादों को एक से दूसरे दल में जाने की जगह एक पार्टी में संगठित होना चाहिए।
इसके अलावा, साल 2015 में निषाद समुदाय के युवाओं के साथ रेलवे ट्रैक जाम करने की घटना के बाद वे काफी चर्चाओं में रहे। साल 2016 में निषाद पार्टी की स्थापना हुई थी। इसमें निषाद, केवट, मल्लाह, बिंद, कश्यप, गोंड, मांझी और अन्य समुदायों के सशक्तीकरण के लिए बनाया गया था।
संजय निषाद ने अपने दोनों बेटों को भी पार्टी के काम में लगा दिया। उन्होंने पहली बार कैम्पियरगंज विधानसभा से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। इसके बाद, 2017 में उन्होंने पीस पार्टी ऑफ इंडिया, अपना दल और जन अधिकारी पार्टी के साथ गठबंधन में अपनी पार्टी के 100 उम्मीदवारों को उतारा। वहीं, 2019 में निषाद पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल हो गई और प्रवीण कुमार निषाद ने चुनाव जीता। इसके बाद, 2022 में उन्होंने बीजेपी के साथ चुनाव लड़ा।