विधायकों के फोटो सेशन से परेशान होकर यूपी विधानसभा अध्यक्ष ने शुक्रवार (27 मई, 2022) को सख्त निर्देश दिए हैं। अध्यक्ष ने कहा कि सेल्फी या फोटो सेशन पर विधायकों का फोन जब्त कर लिया जाएगा। सदन की कार्यवाही बाधित ना हो इसके लिए ये नियम बनाए गए हैं, क्योंकि ताबड़तोड़ सेल्फी और फोटो खींची जा रही हैं।
इसके अलावा, सदन एवं गैलरी में निजी कैमरा के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी गई है। विधायकों के लगातार फोटो सेशन से उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना काफी नाराज हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सदन की कार्यवाही के दौरान किसी के मोबाइल फोन की घंटी बजी तो उसे जब्त कर लिया जाएगा।
विधानसभा अध्यक्ष के ये निर्देश आज सदन की कार्यवाही के दौरान दो बार किसी सदस्य के मोबाइल फोन की घंटी बजने के बाद आया है। उन्होंने कहा कि यह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि अब अगर किसी के फोन की घंटी बजी तो मोबाइल फोन जब्त कर लिया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन की कार्यवाही के दौरान सदस्य अपने मोबाइल फोन स्विच ऑफ रखें।
कई बार ऐसा देखा गया कि बहुत सारे विधायक सदन में पहुंचकर सेल्फी लेने लगते हैं और फोटो खींचने लगते हैं, जिस कारण काफी समस्या भी होती है। इसी वजह से स्पीकर को ये फैसला लेना पड़ा।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा, “मैं आज से इस सदन में एक नई स्वस्थ परंपरा शुरू करना चाहता हूं। जिस दिन विधानसभा चलेगी और अगर उस दिन किसी माननीय सदस्य का जन्मदिन है तो सभी सदस्य उनको बधाई देंगे। सत्र अवधि में अगर शनिवार या रविवार होगा तो उस कार्यवाही को आगे जोड़ लेंगे।”
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल का पहला बजट गुरुवार (26 मई, 2022) को पेश किया। सरकार ने 2022-23 के लिए 6 लाख 15 हजार 518 करोड़ रुपये के इस बजट में महिलाओं, युवाओं, बुजुर्गों, अल्पसंख्यकों और छात्रों के लिए बड़े ऐलान किए हैं। हालांकि, विपक्ष बजट को लेकर राज्य सरकार पर हमला कर रहा है।