उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के महासचिव अरविंद राजभर द्वारा सार्वजनिक तौर दिए एक विवादित बयान के मामले में जांच शुरू कर दी है। अरविंर राजभर राज्य में कैबिटेट मिनिस्टर और पार्टी प्रमुख ओपी राजभर के बेटे हैं। दरअसल बीते सोमवार (21 मई, 2018) को एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें चंदौली में एक सभा को संबोधित करते हुए अरविंद राजभर ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया जाना चाहिए जो अपनी बहनों को भूल जाते हैं और दूसरे की बहनों की छेड़ते हैं। वीडियो में वह आगे कहते नजर आ रहे हैं, ‘बस हमें इस बार सत्ता में आने दो हम उनके हाथ काट देंगे।’ कैबिनेट मंत्री के बेटे को कथित तौर पर यह भी कहते हुए सुना गया कि, ‘आपको चिंता करने की जरुरत नहीं है। भारत एक ऐसा देश हैं जो बदल रहा है। जिस तरह आपकी मानसिकता बदल गई है। तो अगर आपको बलुआ पुलिस स्टेशन जलाने को कहता हूं। क्या आप आओगे या नहीं? गरीबों के खिलाफ अन्याय बंद होना चाहिए या अगर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का खून उबला तो चंदौली जलने लगेगा।”
गौरतलब है कि राजभर 21 वर्षीय उस महिला के परिवार का ज्रिक कर रहे थे जिन्होंने दो लोगों के खिलाफ बेटी से बलात्कार का केस दर्ज कराया है। दोनों आरोपी उसी गांव के हैं जहां राजभर ने सभा की। मामले में चंदौली के एसपी संतोष सिंह का कहना है कि राजभर की विवादित टिप्पणी को लेकर जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच की जा रही है कि उन्होंने किन परिस्थितियों में विवादित बयान दिया। उन्होंने एक छोटी सभा में यह बात कही है। इसलिए जिला प्रशासन या पुलिस को इसकी जानकारी नहीं दी गई थी।
बता दें कि अरविंद राजभर के पिता ओपी राजभर भी पूर्व में विवादित बयान देते रहे हैं। हाल के दिनों में उन्होंने पार्टी के महिला सम्मेलन में कहा, ‘मेरी इजाजत के बिना किसी दूसरी रैली में जाओगी तो तुम्हें मेरा श्राप लगेगा और पीलिया हो जाएगा। यह पीलिया तभी ठीक होगा जब मेरी दवाई लोगे।’