अखिलेश से टकराव के बीच शिवपाल ने बेटे आदित्य यादव को किया तैयार, हर पल साए की तरह रहते हैं साथ
आदित्य अगले साल होने वाले यूपी चुनाव में उतरने की तैयारी भी कर रहे हैं। बताया जाता है वे जसवंतनगर सीट से खड़े हो सकते हैं।

समाजवादी पार्टी में अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच चल रही रस्साकशी फिलहाल थमती नजर आ रही है। मुलायम सिंह यादव के दखल और समझाइश के बाद दोनों नरम पड़ गए। शिवपाल को फिर से प्रदेशाध्यक्ष का पद मिल गया है तो अखिलेश ने उन्हें तीन मंत्रालय भी दे दिए हैं। हालांकि उत्तर प्रदेश के सीएम ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में टिकट वितरण का जिम्मा मांगा है। लेकिन इन सबके बीच शिवपाल यादव के बेटे आदित्य भी उभरकर सामने आए हैं। 20 साल के आदित्य इस समय स्टेट कॉपरेटिव फैडरेशन के चेयरमैन हैं। वे फरवरी 2013 से इस पद पर हैं लेकिन सार्वजनिक रूप से कभी पिता शिवपाल के साथ नजर नहीं आए। लेकिन अखिलेश-शिवपाल मामले में वे पिता के साथ खड़े दिखे।
मंगलवार को जब मुलायम ने शिवपाल को उत्तरप्रदेश सपा का अध्यक्ष बनाया तो इसके बाद से आदित्य शिवपाल के साथ हैं। सेफई में पैतृक घर के बाहर से लेकर बुधवार को गांववालों को संबोधित करने तक बाप-बेटे साथ रहे। बाद में जब शिवपाल दिल्ली में मुलायम के घर पर मिलने गए तब भी आदित्य उनके साथ थे। इस बैठक का हालांकि कोई नतीजा नहीं निकला। बाद में शिवपाल ने मंत्री और अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने पर उन्होंने लखनऊ में घर के बाहर समर्थकों को संबोधित किया। इस दौरान भी आदित्य उनके साथ खड़े रहे और लोगों को शांत करते रहे। सपा के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जो लोग शिवपाल के घर के बाहर इकट्ठा हुए उनमें से ज्यादातर नौजवान थे। वे आदित्य के लोग थे।
उन्होंने बताया, ”अभी तक शिवपाल कहा करते थे अखिलेश उनके लिए बेटे के समान हैं। लेकिन संकट के समय मदद के लिए वे आदित्य को भी तैयार कर रहे थे। आदित्य को साथ रखकर शिवपाल संदेश देना चाहते हैं कि उनके पास भी बेटा है जो कि उनके साथ खड़ा है।” आदित्य अगले साल होने वाले यूपी चुनाव में उतरने की तैयारी भी कर रहे हैं। बताया जाता है वे जसवंतनगर सीट से खड़े हो सकते हैं। उनके पिता शिवपाल यादव यह सीट छोड़ सकते हैं। आदित्य की इसी साल सुल्तानपुर के पूर्व कांग्रेसी नेता के परिवार में शादी हुई है।