अखिलेश यादव ने चाचा शिवापल को वापस दिए सभी विभाग, भ्रष्टाचार के आरोपी गायत्री प्रजापति भी मंत्रिमंडल में शामिल
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल सिंह यादव को उनसे लिए गए सारे विभाग वापस देने और बर्खास्त खनन मंत्री गायत्री प्रजापति को फिर से मंत्रिमंडल में शामिल करने का निर्णय लिया।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार (16 सितंबर) को अपना फैसला बदलते हुए अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव को उनसे लिए गए सारे विभाग वापस देने और बर्खास्त खनन मंत्री गायत्री प्रजापति को फिर से मंत्रिमंडल में शामिल करने का निर्णय लिया। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी (सपा) में पिछले 5 दिन से चले आ रहे तल्खी के दौर का भी लगभग खत्म हो गया। मुख्यमंत्री ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में कहा कि शिवपाल सिंह यादव को उनके विभाग वापस कर दिए जाएंगे। अखिलेश ने अपने एक और ट्वीट में बताया कि उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप में गत 12 सितंबर को बर्खास्त किए गए गायत्री प्रजापति को मंत्रिमंडल में दोबारा शामिल करने पर रजामंदी दे दी है।
मालूम हो कि 13 सितंबर 2016 को अखिलेश को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाकर यह जिम्मेदारी शिवपाल यादव को दी गई थी। इसके रिएक्शन में अखिलेश ने शिवपाल से लोक निर्माण, राजस्व तथा सहकारिता जैसे महत्वपूर्ण विभाग वापस ले लिए थे। उसके बाद शिवपाल ने गुरुवार की रात को मंत्री पद के साथ-साथ सपा के प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी में मचे घमासान के बीच सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने स्थिति संभालने के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और शिवपाल यादव से मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि इस बैठक में शिवपाल यादव के सभी विभाग वापस दिए जाने का फैसला किया गया था जबकि मुलायम सिंह यादव ने गायत्री प्रजापति की बर्खास्तगी रद करने का फैसला शुक्रवार दोपहर सपा प्रदेश मुख्यालय पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए किया था।
प्रजापति को प्रदेश में अवैध खनन को बढ़ावा देने और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगने के बाद मुख्यमंत्री ने गत 12 सितंबर को बर्खास्त कर दिया था।