Om Prakash Rajbhar News: यूपी में पिछड़ों की राजनीति करने का दावा करने वाले ओम प्रकाश राजभर फिर से भाजपा के लिए सॉफ्ट नजर आ रहे हैं। समाजवादी पार्टी से अलग होने के बाद वह लगातार अखिलेश यादव और उनके साथियों पर निशाना साध रहे हैं। बीते मंगलवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भाजपा के समर्थन में बड़ा दावा किया।
उन्होंने कहा कि पिछड़ी जातियों में प्रभावशाली माने जाने वाली मौर्य, पटेल, लोध, कोरी, निषाद भाजपा के साथ हैं। इसके अलावा ब्राह्मण और राजपूत पूरी तरह से भाजपा के साथ हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में होने वाले चुनावों में इन जातियों में कोई भी समाजवादी पार्टी का समर्थन नहीं करेगा।
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के बयानों का कोई फर्क नहीं दिखाई देगा। जब सपा सत्ता में थी तो उसने न कभी पिछड़ों की फिक्र नहीं की और न ही जातिगत जनगणना की मांग की। सपा ने ही प्रमोशन में आरक्षण खत्म किया। वो अब सत्ता में लौटने के लिए बड़े दावे कर रहे हैं लेकिन इससे उन्हें मदद नहीं मिलेगी।
राजपूत योगी, ब्राह्मण-बनिया भाजपा के साथ
जब उनसे सवाल किया गया कि जिन जातियों का उन्होंने जिक्र किया है वो किससे जुड़ी हुई हैं तो उन्होंने जवाब दिया कि राजपूत योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के साथ हैं जबकि ब्राह्मण और बनिया भाजपा के साथ हैं। इसी तरह से कोइरी, पटेल, मौर्य, लोध और निषाद भी भाजपा के साथ हैं।
बुधवार को वित्तमंत्री द्वारा बजट पेश किए जाने के बाद ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि बजट से ऐसा महसूस होता है कि इस बजट का फोकस गरीब और ग्रामीण लोगों पर मालूम पड़ता है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि जिन योजनाओं का ऐलान बजट में हुआ है, वह जरूरतमंदों तक पहुचेंगी।
2017 में भाजपा के साथ थे ओम प्रकाश राजभर
ओम प्रकाश राजभर उत्तर प्रदेश के बड़े ओबीसी नेताओं में से एक हैं। वह साल 2017 में भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़े थे। उन्हें योगी सरकार में मंत्री भी बनाया गया लेकिन बावजूद इसके वह तमाम आरोप लगाते हुए सरकार से दूर हो गए। ओम प्रकाश राजभर ने साल 2022 में सपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा लेकिन कुछ ही दिनों बाद उन्होंने अखिलेश यादव से भी दूरियां बना लीं।